बलरामपुर
पिता की टांगी मारकर की हत्या
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रामानुजगंज,12 जुलाई। ग्राम पंचायत आरागाही नवापारा में सोमवार की रात शराब के नशे में धुत युवक ने पिता से मामूली विवाद में टांगी से मारकर सर को धड़ से अलग कर दिया एवं टांगी लेकर अन्य लोगों को भी मारने की धमकी देता रहा। सूचना पर तत्काल पुलिस बल पहुंचा और काफी मशक्कत के बाद युवक पर काबू पाया गया एवं उसे पकड़ कर रामानुजगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जिसके बाद ही आसपास के लोगों ने राहत की सांस ली।
थाना प्रभारी सुषमा सिंह ने बताया कि आरोपी के विरुद्ध धारा 302 के तहत अपराध पंजीबद्ध पर गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी पुत्र अपने पिता से शराब पीने के लिए पैसा की मांग कर रहा था, जिसे लेकर विवाद शुरू हुआ एवं उसने पिता की हत्या कर दी।
सोमवार की रात 8 बजे के करीब पॉलिटेक्निक के बगल में भुइया टोली में रहने वाले नामदेव भुईयां का अपने पुत्र दीपचंद के साथ शराब पीने के बाद कहासुनी हो गई। मामूली विवाद इतना बढ़ गया कि दीपचंद ने टांगी से अपने पिता के सिर पर ही वार कर दिया, जिसके बाद उसके पिता गिर गए एवं कई और वार करके सर को धड़ से अलग कर दिया।
इस दौरान शोर-शराबा सुनकर दीपचंद का भतीजा अजय कुमार दौड़ते हुए मौके पर आया, परंतु तब तक दादा की मौत हो गई थी एवं उसे भी दीपचंद नजदीक आने पर मार डालने की धमकी देने लगा। जिसके बाद अजय वहां से भाग कर आने लोगों को बताया तो वहां काफी संख्या में लोग एकत्रित हो गए, परंतु वह टांगी लेकर लोगों को धमकी देता रहा।
इसकी सूचना रामानुजगंज पुलिस को दी गई तो तत्काल मौके पर थाना प्रभारी सुषमा सिंह, सब इंस्पेक्टर मनोज सिंह प्रधान आरक्षक रवि मिश्रा, मायापती सिंह सहित पुलिस बल मौके पर पहुंचा, जिसके द्वारा बहुत मशक्कत के बाद युवक पर काबू पाया एवं उसे पकडक़र रामानुजगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जिसके बाद ही आसपास के लोगों ने राहत की सांस ली।
छठवीं पत्नी 8 दिन पूर्व प्रताडऩा से तंग आकर छोडक़र चली गई थी
दीपचंद के द्वारा 6 शादियां की गई थी, परंतु इसके प्रताडऩा से परेशान होकर सब छोड़ दे रही थी। इस बीच छठवीं पत्नी जो झारखंड के बली गढ़ की थी वह भी प्रताडऩा से परेशान होकर 8 दिन पूर्व चली गई थी।
पूर्व में भी पिता के साथ करता था मारपीट
मोहल्ले के लोगों ने बताया कि दीपचंद पहले भी अपने पिता के साथ मारपीट करता था। एक बार तो इतना मार दिया था कि पिता बेहोश हो गए थे। कई बार पत्नी एवं पिता थाने तक भी पहुंचे थे, परंतु इस बार मामूली बात में आक्रामक होकर दीपचंद ने पिता का सिर धड़ से अलग कर दिया।