बीजापुर
बाढ़ में फंसे एक ही परिवार के 10 को सुरक्षित निकाला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 23 जुलाई। जिले में बारिश थमने का नाम नहीं ले रही है। भोपालपटनम ब्लॉक के तारलागुड़ा क्षेत्र में बाढ़ से आई तबाही से पूरी तरह राहत भी नहीं मिल पाई थी कि शुक्रवार रात से दोबारा शुरू हुई बारिश ने बीजापुर, भैरमगढ़ व कुटरू ब्लॉक में कहर ढहाना शुरू कर दिया है। दरभा के सीएएफ कैम्प में भी मिंगाचल के बाढ़ का पानी घुस गया, वहीं झाड़ीगुट्टा बाढ़ में फंसे सभी 10 लोगों को आपदा प्रबंधन की टीम ने सुरक्षित निकाल लिया गया है।
शुक्रवार की रात से शुरू हुई भारी बारिश से जिला मुख्यालय बीजापुर से दर्जनों गांवों का सडक़ संपर्क एक बार फिर से टूट गया है। कुटरू ब्लॉक के झाड़ीगुट्टा में बाढ़ की चपेट में आकर एक ही परिवार के 10 सदस्य फंस गए थे। उन्हें तहसीलदार व एसडीओपी के नेतृत्व में आपदा प्रबंधन की टीम ने सुरक्षित निकाल लिया गया है.
भैरमगढ़ तहसीलदार जुगल किशोर पटेल ने बताया कि बीती रात से मिरतुर नाले में करीब आधा फीट पानी नाले के ऊपर से बह रहा है, जिससे इस मार्ग पर आवागमन बंद है।
उन्होंने आगे बताया कि कोडोली में बारिश की वजह से तीन मकान ढह गये हैं। उन्हें मुआवजा देने की प्रक्रिया चल रही है। फिलहाल वे सभी अपने दूसरे मकान में शिफ्ट हो गए हैं। तहसीलदार पटेल ने आगे बताया कि नगर सेना के जवानों ने इस आपदा में मिसाल पेश की है। दरअसल मदपाल की रहने वाली एक महिला ने जगदलपुर में एक मृत शिशु को जन्म दिया था।
शनिवार को मृत शिशु को अंतिम संस्कार के लिए गांव ले जाया जा रहा था, लेकिन परिजन बाढ़ में फंस गए। जिन्हें नगर सेना की टीम ने सुरक्षित तरीके से नदी पार करवाकर गांव की ओर रवाना कराया।
बीजापुर तहसीलदार डीके ध्रुव ने बताया कि धनोरा से कुटरू जाने वाली मार्ग पर नाला में बाढ़ आने से यह मार्ग बंद है। शुक्रवार की रात से चेरपाल नदी में पानी भरे होने से यह मार्ग भी बंद था।
तहसीलदार ध्रुव ने बताया कि शनिवार को पुल से पानी नीचे उतरने लगा है। देर शाम तक यह मार्ग बहाल हो जाएगा। जिले में इन दिनों औसत से ज्यादा बारिश हो गई है। अब दोबारा शुरू हुई बारिश से एक बार फिर जन जीवन अस्त-व्यस्त होने लगा हैं।
इधर, कलेक्टर राजेन्द्र कुमार कटारा व एसपी आंजनेय वाष्र्णेय ने बीजापुर व भैरमगढ़ ब्लॉक के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर आवश्यक दिशानिर्देश दिए। इंद्रावती नदी का जलस्तर 5.730 पर मीटर चल रहा है।
शुक्रवार की रात से हो रही भारी बारिश से एक बार फिर मिंगाचल स्थित सीआरपीएफ कैम्प में बाढ़ का पानी भरने लगा है। सुरक्षा की दृष्टि से सीआरपीएफ 222 बटालियन कैम्प के बैरकों को खाली करवा दिया गया है। दरभा के सीएएफ कैम्प में भी मिंगाचल के बाढ़ का पानी घुस गया है।