सूरजपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
प्रतापपुर, 24 जुलाई। आवारा मवेशियों से नगर पंचायत प्रतापपुर सहित ग्राम पंचायत अमनदोन खोरमा खजुरी सहित आसपास के किसान परेशान हैं। खेती में सबसे बड़ी समस्या आवारा मवेशियों की है। मवेशी मालिक अपने मवेशियों को खुला छोड़ देते हैं, वहीं नगर पंचायत प्रतापपुर की सडक़ों पर हमेशा खुले में मवेशी घूमते रहते हैं, जिससे आए दिन सडक़ दुर्घटना का खतरा रहता है, वहीं ग्रामीण क्षेत्र मे सैकड़ों एकड फसल बरबाद हो रही है।
प्रतापपुर नगर पंचायत में कांजीहाउस बना है, लेकिन नगर पंचायत के अधिकारी उसे कबाड़ रुम बनाकर रखे हंै। शासन की महत्वाकांक्षी योजना रोका छेका को भी अधिकारी फेल कर दिए हैं।
वाहन चालक होते हैं परेशान
मवेशियों का सबसे ज्यादा जमावड़ा सडक़ों पर होता है। यहां पर लगभग पूरी सडक़ पर मवेशी दिन भर खड़े रहते हैं तो कई मवेशी बीच सडक़ पर ही बैठे रहते हंै। वाहन चालक हार्न भी बजाता है, तब भी वे टस से मस नहीं होते। वाहन चालकों को नीचे उतरकर उन्हें सडक़ किनारे करना पड़ता है, तभी वह आगे बढ़ते हैं। दिन हो या फिर रात यह मवेशी राहगीरों के लिए सबसे ज्यादा मुसीबत बने हुए हैं, लेकिन प्रशासन द्वारा इस ओर कोई ध्यान न दिए जाने से सब्जी व फल विक्रेता व राहगीरों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है।
मवेशी मालिकों को दी थी हिदायत
गौरतलब हो कि पूर्व में नगर पंचायत ने नगर में घूम रहे आवारा पशुओं के संबंध में मुनादी कराकर मवेशी मालिकों को हिदायत दी थी कि वे अपने मवेशी घर में ही बांध कर रखें, अन्यथा मालिकों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी, पर इसका कोई असर आज तक नहीं हो पाया है। नगर के रहवासी क्षेत्रों में अवैध रूप से पशुपालन किया जा रहा है। दुधारु पशुओं को घरों के आसपास रखने वाले लोग बछड़ों को शहर में छोड़ देते हंै।