राजनांदगांव

फेडरेशन का पांच दिवसीय हड़ताल शुरू, सरकारी कामकाज ठप, हितग्राही नजर आए मायूस
25-Jul-2022 3:06 PM
फेडरेशन का पांच दिवसीय हड़ताल शुरू, सरकारी कामकाज ठप, हितग्राही नजर आए मायूस

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 25 जुलाई।
छग कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन ने अपनी मांगों को लेकर पांच दिवसीय प्रांतव्यापी हड़ताल का आगाज सोमवार से कर दिया है। कर्मचारियों ने सोमवार को जिला कार्यालय के सामने फ्लाई ओवर के नीचे अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करते आवाज बुलंद की। वहीं विकासखंड, तहसील व जिला मुख्यालय में फेडरेशन के आह्वान पर कलम बंद-काम बंद हड़ताल के जरिये अपनी एकता दिखाई।

इधर फेडरेशन के हड़ताल के चलते  शासकीय कार्यालय बंद रहे, वहीं शासकीय  कार्यालय का कामकाज आज पूरी तरह ठप्प रहा।  शासकीय स्कूल और कॉलेजों में भी शिक्षकों के हड़ताल में जाने से पढ़ाई भी ठप रही। इस स्थिति में बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हुआ। वहीं अधिकांश शासकीय  स्कूल के बच्चों को आगामी दिनों के लिए अवकाश दे दिया गया है। वहीं बच्चों में अवकाश के चलते खुशी देखी जा रही है। वहीं शासकीय कार्यालयों के कामकाज ठप होने से हितग्राहियों और शासकीय कामकाज लेकर पहुंचने वालों में मायूसी भी नजर आई।

छग कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन राजनांदगांव जिला इकाई ने 25 जुलाई से अपने प्रांतीय संयोजक कमल वमा एवं प्रांतीय सचिव राजेश चटर्जी के आह्वान पर जिला संयोजक डॉ. केएल टांडेकर एवं महासचिव सतीश ब्यौहरे के नेतृत्व में राजनंादगांव जिले के शासकीय सेवक अपनी डीए और गृहभाड़ा भत्ते की लंबित मांगों के समर्थन में पांच दिवसीय प्रांतव्यापी हड़ताल एवं धरना प्रदर्शन के माध्यम से आंदोलन शुरू कर दिया है। कलम बंद-काम बंद के नारे लगाते अपनी मांगों को लेकर जिला कार्यालय के सामने फ्लाई ओवर के नीचे आंदोलन शुरू कर दिया है।

इस आंदोलन में विभिन्न विभागों के शासकीय सेवकगण शामिल होकर अपनी लंबित मांगों के लिए जोरशोर से एकजुट होकर नारेबाजी करते नजर आए। साथ ही राज्य शासन के कर्मचारियों को केन्द्र शासन के समान देय तिथि अनुसार 34 प्रतिशत डीए एवं बकाया एरियर्स राशि सहित सातवें वेतनमान के अनुरूप गृहभाड़ा भत्ता की मांग कर रहे हैं।

फेडरेशन के जिला संयोजक डॉ. टांडेकर एवं महासचिव श्री ब्यौहरे ने धरना प्रदर्शन एवं आंदोलन के विषय में बताया कि पूर्व में फेडरेशन द्वारा शांतिपूर्ण चरण आंदोलन के माध्यम से राज्य शासन को समय-समय पर अपनी जायज मांगो के निराकरण के लिए अनुरोध किया जाता रहा है, किन्तु  राज्य शासन द्वारा शासकीय सेवकों के हित में समाधानकारक निर्णय नहीं लेने के कारण प्रदेश के कर्मचारीगण, अधिकारीगण, पेंशनर्स प्रताडि़त हो रहे हैं। शासन द्वारा राज्य सेवा के कर्मचारियों के वेतन में लगातार कटौती की जा रही है और उनके मौलिक अधिकारों का हनन किया जा रहा है। इस कारण शासकीय सेवकों में निराशा और आक्रोश व्याप्त है और वो अपने हक की लड़ाई के लिए लामबद्ध हो रहे हैं।

ज्ञात हो कि राज्य शासन के सैकड़ों अधिकारी-कर्मचारी सामुहिक रूप से अवकाश लेकर 25 जुलाई को जिले के सभी विकासखंड एवं तहसील मुख्यालयों सहित राजनंादगांव जिला कार्यालय के सामने फ्लाई ओवर के नीचे एक दिवसीय प्रांतव्यापी कलम बंद - काम बंद हड़ताल एवं प्रदर्शन के माध्यम से शसन तक अपनी बात पहुंचाने का प्रयास किया। जिसके चलते आज ब्लॉक, तहसील एवं जिला स्तर के शासकीय कार्यालयों एवं विभागों में दिनभर कामकाज ठप रहा। जिले के कई अधिकारीगण भी कार्यालयों में अपनी सीट पर अनुपस्थित रहकर आज के इस अंादोलन को मौन समर्थन देते दिखे।

शासकीय सेवकों की केन्द्र शासन के समान देेय तिथि से डीए एवं सातवें  वेतनमान के अनुरूप गृहभाड़ा भत्ते की मांगों को पूरा करने राजनांदगांव जिला ईकाई के इस आंदोलन में मुख्य रूप से विभिन्न संगठनों एवं संघों के अध्यक्षगण, पदाधिकारीगण, सदस्यगण बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
आंदोलन में फेडरेशन के राजेश मालवे, एसके ओझा, डॉ. केएल टांडेकर, मनीष मिश्रा, सतीश ब्यौहरे,  अभिषेक शर्मा, रफीक खान, पीआर झाड़े, रामनारायण बघेल, सीएल चंद्रवंशी, संतोष चौहान, पूरनलाल साहू, शंकर साहू, डॉ. बीपी चंद्राकर, भूपेन्द्र कान्डे, शरद शुक्ला, अरूण देवांगन, आनंद श्रीवास्तव, संजय तिवारी, कौशल शर्मा, विनोद मिश्रा, राज्यशेखर मेश्राम, अजीत दुबे, उत्तम फंदियाल, यशवंत सिन्हा, महेश साहू, कृतलाल साहू, गीता जुरेशिया, बृजभान सिन्हा, हरीश भाटिया, पीएल साहू, संजय सिंह, सुदेश यादव, एनएल देवांगन, उपेन्द्र रामटेके, हरीशचंद यादव, डॉ. एचएस भाटिया, डॉ. केके देवांगन, रोशन साहू, डॉ. माजिद अली, नेतराम वर्मा, अब्दुल करीम खान, विनोद यादव, सोहन निषाद, सिद्धार्थ चौरे, डीएन साहू, रामलाल साहू, दिलीप कुमार बारले, बीके गणवीर, डॉ. कमल कुमार गुप्ता, असलम अंसारी, संजय शोरी, भूपेंद्र देवांगन, फाहिद कुरैशी, नितिन देशमुख, मुकेश देवांगन. आरके मेश्राम, राजेन्द्र देवांगन, सुखदाता साहू, प्रणिता शर्मा, डीके लिल्हारे,  रामदुलार साहू, नितिन देशमुख, पल्लवी मेश्राम, दुर्गा नादोन सहित मीडिया प्रभारी दुर्गेश त्रिवेदी शामिल रहे।


शासन के उपेक्षापूर्ण रवैये से अधिकारी-कर्मचारी क्षुब्ध
आंदोलन के विषय में जिला संयोजक डॉ. टांडेकर एवं जिला महासचिव श्री ब्यौहरे ने बताया कि राज्य के कर्मचारी-अधिकारी, शासन के उपेक्षापूर्ण रवैये से क्षुब्ध एवं व्यथित होकर, इसके विरोध में आज प्रदेश के सभी जिला एवं ब्लाक मुख्यालयों में पांच दिवसीय धरना एवं आंदोलन कर रहे हैं। इस आंदोलन को राज्य सेवा के विभिन्न 80 से अधिक कर्मचारी एवं अधिकारी संगठनों का समर्थन प्राप्त है, जो राज्य शासन से अपनी मांगो को लेकर प्रदेशव्यापी आंदोलन के लिए कमर कस चुके हैं। यदि शासन छग कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन की लंबित मांगों पर शीघ्र कोई समाधानकारक ठोस निर्णय नहीं लेती है तो इस आंदोलन के अगले चरण के रूप में वृहद स्तर पर प्रांतव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल एवं धरना प्रदर्शन के रूप में परिणीत होगा, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी राज्य शासन की होगी।

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