राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 26 जुलाई। अधिकारी-कर्मचारियों की हड़ताल से प्रशासनिक व्यवस्था पटरी से उतर गई है। हड़ताल के पहले दिन से ही शासकीय कार्यालयों में सूनापन दिख रहा है। ब्लॉक में 22 अधिकारी-कर्मचारी संगठन से जुड़े अधिकारी-कर्मचारी सामुहिक अवकाश लेकर सरकार के खिलाफ आंदोलन के लिए सडक़ पर उतर गए हैं। सोमवार से हड़ताल के चलते शासकीय कार्यालयों में कामकाज लेकर पहुंचे ग्रामीणों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। ग्रामीणों को बिना काम कराए कार्यालयों से बैरंग लौटना पड़ा।
छग कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन की अगुवाई में सोमवार को ब्लॉक के सैकड़ों अधिकारी-कर्मचारी अपनी दो सूत्रय मांग को लेकर सरकार के खिलाफ सडक़ पर उतर गए हैं। फेडरेशन से जुड़े अधिकारी-कर्मचारी संगठन केंद्र के समान महंगाई भत्ता व सातवें वेतनमान के अनुसार गृहभाड़ा भत्ता की मांग कर रहे है। फेडरेशन के ब्लॉक संयोजक आरबी सिंह, सचिव मुकेश शुक्ला ने बताया कि उनका आंदोलन चरणबद्ध ढंग से चल रहा है। पांच दिन की हड़ताल का अल्टीमेटम उन्होंने काफी पहले दे दिया था, लेकिन शासन ने मांगों की पूर्ति के लिए न तो संवेदनशीलता दिखाई और न ही इस संबंध में हल निकालने फेडरेशन से कोई चर्चा की, इसलिए उन्हें विवश होकर अपने हितों की रक्षा के लिए सडक़ पर आना पड़ा।
स्कूलों में तालाबंदी, बच्चों की अघोषित छुट्टी
छग कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के बैनर तले आयोजित प्रांतव्यापी आंदोलन में ब्लाूक के अधिकांश शिक्षक संगठन शामिल हो गए हैं। दो सूत्रीय मांगों को लेकर जारी हड़ताल में छग सहायक शिक्षक फेडरेशन, छग प्रदेश शिक्षक संघ, शिक्षक कल्याण संघ, शालेय शिक्षक संघ, टीचर्स एसोसिएशन सहित अन्य कई शिक्षक संगठन आंदोलन में अपनी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। शिक्षकों के सामुहिक हड़ताल में जाने से ब्लॉक के प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक शाला में तालाबंदी की स्थिति है। जानकारी के अनुसार शिक्षकों ने बच्चों को हड़ताल की सूचना देते हुए बता दिया है कि वे सोमवार से शुक्रवार तक हड़ताल में हैं, इसलिए स्कूलों के विद्यार्थियों की अघोषित छुट्टी हो गई है। बीईओ एसके धीवर ने बताया कि ब्लॉक में पदस्थ 1100 शिक्षकों में से एक हजार से अधिक शिक्षक सामुहिक हड़ताल पर हैं। शिक्षकों के हड़ताल में चले जाने का असर पहले दिन से ही नजर आने लगा है। जानकारी के अनुसार ब्लॉक के ढाई सौ से अधिक शालाओं में तालाबंदी की स्थिति थी।
छग कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के आंदोलन में पटवारी, आरआई, लिपिक सहित राजस्व अधिकारी-कर्मचारी भी शामिल हो गए हैं। हड़ताल की वजह से पहले दिन से ही प्रमाण पत्र बनाने राजस्व कार्यालय पहुंचे। ग्रामीण आज तहसील कार्यालय में प्रमाण पत्र बनाने भटकते नजर आए। हड़ताल के चलते उनका प्रमाण पत्र बनना तो दूर कार्यालय में कोई अधिकारी कर्मचारी नहीं मिला। भनसुला के डेरहराम मेश्राम, मोंगरा के पन्नालाल कुंजाम ने बताया कि उन्हें बच्चों का आय- जाति, निवास प्रमाण पत्र बनाना था, लेकिन हड़ताल की वजह से उनका काम नहीं हो पाया है। वहीं राजस्व अधिकारी कर्मचारियों के आंदोलन से राजस्व प्रकरणों से जुड़े न्यायलयीन कार्य भी प्राभावित हो गए हैं।
भर्रीटोला के डेमनलाल साहू ने बताया कि उन्हें आज पेशी दिया गया था, लेकिन हड़ताल के वजह से पेशी नहीं हो पाई।