जशपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 26 जुलाई। अधिकारी-कर्मचारी 2 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश व्यापी हड़ताल पर हैं। जिले में हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिला। सरकारी दफ्तरों में ताले लटके रहे और सन्नाटा पसरा रहा। शिक्षा स्वास्थ्य तथा राजस्व के बुनियादी काम पूरी तरह ठप रहा । कर्मचारियों का दावा है कि आने वाले पांच दिनों तक यही आलम रहने वाला है।
केंद्र के समान महंगाई भत्ता सातवें वेतनमान के अनुरूप गृह भाड़ा भत्ता प्रदान करने की दो सूत्रीय मांगों को लेकर अधिकारी-कर्मचारी हड़ताल पर हैं। यदि मांगें पूरी नहीं हुई तो आंदोलन का विस्तार होगा। इसी कड़ी में 25 से 29 जुलाई तक पांच दिवसीय हड़ताल पर मनोरा ब्लाक के अधिकारी कर्मचारी चले गए।
हड़ताल के प्रथम दिवस आज जनपद परिसर में कर्मचारियों के फेडरेशन अध्यक्ष महेंद्र सिंह और के नेतृत्व में धरना दिया एवं दिनभर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। मंच से वक्ताओं ने प्रदेश सरकार को जमकर कोसते हुए कर्मचारी विरोधी नीतियों की आलोचना की और कर्मचारियों की मांगों के प्रति शासन के रवैया को हठधर्मिता पूर्ण बताया।
हड़ताली कर्मचारियों को नईम खान, श्रवण भगत, विष्णु सिंह, किशोर यादव, जीशान खान, रामदयाल राम प्रधान, बिफनी भगत, नमिता भगत, पदमावती भगत, सुदर्शन उरांव, ने संबोधित करते हुए फेडरेशन के मांगों को पूरी तरह न्यायोचित ठहराते हुए अभिलंब कर्मचारी हित में निर्णय लिए जाने की आवश्यकता बतायी।
बंद रहे दफ्तर- कार्य रहा ठप
कलम बंद हड़ताल से प्रभावित मनोरा के ग्रामीण तहसील कार्यालय बंद रहने से आसपास के ग्रामों से आए फरियादी दफ्तर के बाहर ही बैठे रहे, हड़ताल से अनभिज्ञ सैकड़ों ग्रामीण अनुविभाग कार्यालय तहसील कार्यालय, राजस्व शाखा, पटवारी मुख्यालय के चक्कर काटते दिखे। फेडरेशन की हड़ताल में सचिव संघ के नईम खान, श्रवण भगत की शत प्रतिशत भागीदारी का दावा किया।