राजनांदगांव
धरना स्थल में नुक्कड़ नाटक कर जताया विरोध
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 28 जुलाई। छत्तीसगढ़ अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन हड़ताल के पहले चरण के आखिरी दिन कल 29 जुलाई को महारैली निकालकर विरोध जताएगा। वहीं सरकार को सद्बुद्धि दिलाने के लिए यज्ञ भी किया जाएगा। राजनांदगांव जिले में सभी विभागों के कुल 20 हजार से अधिक कर्मचारी मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं। रोजाना जिला मुख्यालय और ब्लॉकों में आंदोलन में बड़ी संख्या में फेडरेशन के बैनर तले कर्मचारी-अधिकारी शामिल हो रहे हैं।
इधर हड़ताल के चलते शैक्षणिक गतिविधियां ठप पड़ी हुई है। वहीं वन अमला के भी हड़ताल में रहने से जंगलों की सुरक्षा को लेकर अधिकारी चिंतित हैं। राजस्व अमला के हड़ताल में होने से सरकार को करोड़ों रुपए की रोज क्षति पहुंच रही है। राजस्व कर्मियों की कमी से प्रापर्टी खरीदी-बिक्री और अन्य आर्थिक गतिविधियों से जुड़े कार्य नहीं हो रहे हैं। इस बीच फेडरेशन की मांग पर सरकार की ओर से अब तक सकारात्मक पहल नहीं हुआ है।
बताया जा रहा है कि कल भव्य रूप से महारैली कर सडक़ में कर्मचारी आवाज उठाएंगे। साथ ही धरना स्थल पर राज्य सरकार को सद्बुद्धि देने के लिए धार्मिक यज्ञ किया जाएगा। राजनंादगांव जिले में हड़ताल के चलते जिला मुख्यालय के सभी प्रमुख कार्यालय में सन्नाटा पसरा हुआ है। वहीं प्रशासन की तमाम कार्रवाई भी अटकी हुई है।
हड़ताली कर्मियों ने मनाई हरेली
धरनास्थल पर हड़ताली कर्मियों ने पारंपरिक पर्व हरेली का लुत्फ उठाया। फेडरेशन के पदाधिकारियों और कर्मचारियों ने गेड़ी की सवारी की। पहला लोक पर्व होने के कारण हरेली पर्व का उत्साह धरनास्थल में देखने लायक था। फेडरेशन की ओर से हरेली पर्व के अवकाश पर भी हड़ताल को जारी करने की अपील की गई थी।
मुख्यालय और ब्लॉकों में आज पूरे दिन हड़ताल के साथ हरेली पर्व की खुशियां बिखरी रही। हड़ताली कर्मियों में शामिल महिलाओं ने कुर्सी दौड़ और फुगड़ी का लुत्फ उठाया। पारंपरिक खेलों से हड़ताली कर्मियों का आज मानसिक तनाव नदारद रहा।