जशपुर
स्टील प्लांट की ओर से कोई दस्तावेज नहीं दिखाया- सरपंच
सरपंच ने कहा कि सभी जेल जाने को तैयार हैं कोई पीछे नहीं हटेगा तो चलिए धान बोने
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 28 जुलाई। जिले के कांसाबेल के टांगरगांव में स्टील प्लांट स्थापित किए जाने की योजना का ग्रामीणों के द्वारा लगातार एक साल से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा हैं। टाँगरगांव में प्रस्तावित कुदरगढ़ी स्टील प्लांट का विरोध शुरु हो गया है। हजारों की संख्या में ग्रामीण महिलाएं व पुरुषों ने मिलकर पंचायत बैठाई और प्लांट की प्रस्तावित जमीन पर धान रोपाई का मंथन शुरु किया गया। इस बैठक में सरपंच को ग्रामीणों की नाराजगी झेलनी पड़ी। टाँगरगांव में लगातार हर परिस्थिति से जूझने की रणनीति बना रहे हैं।
बुधवार को टाँगरगांव के सुखबासूपारा में हजारों की संख्या में लाठी डंडों के साथ ग्रामीणों की बैठक शुरु हुई। यहां पूर्व से निर्णय के अनुसार टाँगरगांव में स्टील प्लांट की प्रस्तावित जमीन पर धान रोपाई की रणनीति को सरपंच की अगुवाई में मूर्त रूप देने की योजना थी, लेकिन सभा में टाँगरगांव सरपंच को बुलाया गया जहां सरपंच से अगुवाई करने की बात सभा में उठी। जिस पर सरपंच ने 10 गांवों के सरपंच व पंचों के साथ मिलकर समिति के नेतृत्व में धान रोपाई करने की बात कही।
जिसके बाद ग्रामीणों ने सरपंच से सवालों की झड़ी लगा दी और पूछने लगे कि जब कुदरगढ़ी स्टील प्लांट के लिए ग्राम सभा का प्रस्ताव अनापत्ति दिया था। तब क्या 10 पंचायत से पूछने गए थे। जिस पर सरपंच ने कहा कि प्लांट वालों ने उन्हें कोई दस्तावेज नहीं दिखाया था, यह सभी पंचों को पता है।
ग्रामीण सरपंच को लेकर खासे आक्रोशित दिखे और अविश्वास प्रस्ताव तक की बात करने लगे। फिलहाल नेतृत्व करने वाले जनप्रतिनिधियों के साथ टाँगरगांव में 6 सरपंच व अन्य गांव के कुछ सरपंचों के साथ धान बोवाई कर दिया हैं।
अंतत: सरपंच ने घोषणा करते हुए कहा कि सभी जेल जाने को तैयार हैं कोई पीछे नहीं हटेगा तो चलिए धान बोने।