दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 28 जुलाई। गुरुवार को पुलिस अधीक्षक के समक्ष तीन हार्डकोर नक्सली लीडरों ने घर वापसी की। उक्त नक्सलियों पर संयुक्त रूप से 18 लाख रुपए का पुरस्कार घोषित किया गया था।
पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने मीडिया को बताया कि नक्सली शहीद सप्ताह के प्रथम दिन पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की। नक्सलियों की शोषक अमानवीय और भ्रामक विचारधारा से नक्सली संगठन के सदस्यों का मोह भंग हो चुका है, वहीं पुलिस के घर वापस आइए अभियान का भी सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। जिससे तीन हार्डकोर नक्सली लीडरों ने घर वापस आइए अभियान अंतर्गत आत्मसमर्पण किया।
इनमें रमेश हेमला (24 वर्ष), संतु हेमला (28 वर्ष) और रितेश हेमला (30 वर्ष) शामिल हैं। इनमें से दो नक्सली लीडर नक्सली बटालियन के सदस्य थे, वहीं एक अन्य नक्सली लीडर कंपनी-2 का सदस्य था।
पुलिस अधीक्षक के मुताबिक उक्त नक्सली लीडर सुकमा जिले के मिनपा में हुई बड़ी पुलिस नक्सली मुठभेड़ में भागीदार था, जिसमें बड़ी संख्या में जवानों की शहादत हुई थी। उक्त नक्सली लीडर करीब 11 वर्षों से नक्सली संगठन में सक्रिय भूमिका में था। उसके फलस्वरुप कंपनी-2 के सदस्य पर राज्य शासन द्वारा 8 लाख रूपये का पुरस्कार घोषित किया गया था। उल्लेखनीय है कि घर वापस आइए अभियान के तहत आज पर्यंत 549 नक्सलियों ने घर वापसी की है। जिनमें 136 हार्डकोर नक्सली शामिल है।