जशपुर
रामकृष्ण आश्रम में धूमधाम से मनी हरेली,पारंपरिक खेलों के साथ नृत्य भी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 29 जुलाई। जशपुर जिले के बगीचा में विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा बच्चों के उत्थान के लिए संचालित रामकृष्ण आश्रम बगीचा में पारंपरिक तरीके के साथ धूमधाम से हरेली का त्योहार मनाया गया। यहां स्कूली बच्चों ने छत्तीसगढ़ की लोक कला संस्कृति की मनोरम छटा बिखेरी। गेड़ी चढक़र छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों के साथ लोक कला संस्कृति का बच्चों ने जमकर लुत्फ उठाया।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा हरेली त्यौहार को उत्सव के रुप में मनाने का निर्देश दिया गया है।रामकृष्ण आश्रम बगीचा में पहाड़ी कोरवा बच्चों व शिक्षकों ने धूमधाम से हरेली का त्योहार मनाया।त्यौहार को लेकर पहाड़ी कोरवा बच्चों में खासा उत्साह देखने को मिला।
रामकृष्ण आश्रम बगीचा में बच्चों ने हरेली उत्सव मनाते हुए छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेल प्रतियोगिता में भाग लिया। लट्टू, गेड़ी, बोरा दौड़, कुर्सी दौड़,गुलेल निशानेबाजी समेत रस्साकशी में भाग लेकर बच्चों ने जीत हासिल की।
वार्ड पार्षद प्रेरणा थवाईत ने बच्चों को पुरस्कृत कर उन्हें उत्साहित किया। शिक्षक मधु ध्रुव व जीत नारायण यादव ने सीएम भूपेश बघेल का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि हरेली त्यौहार से छत्तीसगढ़ के उत्सव की शुरुआत होती है। छत्तीसगढ़ की लोककला संस्कृति को संरक्षित व संवर्धित करने का कार्य इस त्योहार के माध्यम से होता है।
इस अवसर पर संगीत शिक्षक अवधेश पूरी ने छत्तीसगढ़ के राजगीत अरपा पैरी के धार गाकर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित पत्रकार योगेश थवाईत ने बच्चों को संबोधित कर उनका उत्सावर्धन करते हुए उन्हें हरेली की शुभकामनाएं दीं।
इस अवसर पर विवेकानन्द स्कूल की प्रिंसिपल पूजा यादव व समाजसेवी शालिनी गुप्ता उपस्थित रहीं। रामकृष्ण आश्रम के शिक्षकीय स्टाफ सुमीत धर, दीपक सरकार,मनोरंजन मलिक, जेआर राजहंस समेत अन्य कर्मचारियों ने कार्यक्रम में विशेष सहयोग प्रदान किया।
हरेली उत्सव में पहाड़ी कोरवा बच्चों ने खूब आनंद लिया, वहीं कार्यक्रम के समापन में स्कूली शिक्षकों ने रस्साकसी के खेल के साथ सामाजिक समरसता का संदेश दिया।