सूरजपुर

सूरजपुर व बलरामपुर के सीमावर्ती क्षेत्र में कोयला चोरी की शिकायतें
29-Jul-2022 8:20 PM
सूरजपुर व बलरामपुर के सीमावर्ती क्षेत्र में कोयला चोरी की शिकायतें

पुलिस ने कहा- कार्रवाई करेंगे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
प्रतापपुर, 29 जुलाई।
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर व बलरामपुर के सीमावर्ती क्षेत्र में कोयला चोरी की शिकायतें मिल रही है। यहां बाजार में जिस तरह सब्जियां बिकती हैं उसी तरह चोरी का कोयला बिकता है, बावजूद कार्रवाई नहीं हो रही है।

इस संबंध में एसडीओपी अमोलक सिंह ने बताया कि अभी टुकुडांड इलाके में पुलिस ने चोरी का कोयला पकड़ा है, अगर इसके बाद भी चोरी हो रही है तो कार्रवाई करेंगे। वहीं इस मामले पर खनिज विभाग के इंस्पेक्टर ने बताया कि कार्रवाई होती है, गांव वाले शिकायत किए थे, जिसके बाद वहां खनिज विभाग की टीम ने जाकर कार्रवाई की।

जानकारी के मुताबिक सूरजपुर व बलरामपुर जिले के महान 2 महान 3 के सीमावर्ती गांव दुपपी चौरा बुडाडांड सिलफिली मरकाडांड क्षेत्र में संचालित अवैध खदानों से भारी मात्रा में कोयला अवैध ईंट भ_ों व डिपो में खपाया जा रहा है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस क्षेत्र में 2 कोयला खदान के अलावा कई अवैध खदानों का संचालन होता है और इन्हीं अवैध खदानों से कोयला चोरी किया जाता है। खदान से कोयला चोरी कर उसे आसपास के खेतों में छिपाकर रखा जाता है, जो कोयला अवैध ईंट भ_ा व डिपो का संचालन करने वाले खरीदते हैं। शाम होने के बाद अवैध खदान के समीप चोरी का कोयला खरीदने के लिए पिकअप और छोटा हाथी जैसे वाहनों की लाइन लग जाती है।

युवकों को देते है पैसे का लालच
कोयला खदान से प्रभावित गांव के लोगों के मुताबिक ग्राम पंचायतों में कुछ असामाजिक तत्व के व्यक्तियों के सहयोग से अवैध ईंट भ_ों व कोल डिपो के मालिकों द्वारा आसपास के नवयुवक ग्रामीणों से कोल खदान में चोरी करवाकर ईंट भ_ों व कोल डिपो में अवैध कोयला इक_ा कर के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से परिवहन किया जाता है। जिस क्षेत्र में कोल खदान संचालित है, वहां ज्यादातर वनवासी आदिवासी परिवार के लोग निवास करते हैं, जिससे क्षेत्र के नवयुवकों को एक हजार, दो हजार रुपए का लालच देकर चोरी जैसा अपराध कराया जा रहा है।

अवैध ईंट भ_ों व कोल डिपो में खपाया जाता है चोरी का कोयला
सूत्रों से मिली जानकारी में मुताबिक महान 2 और महान 3 के कोयला खदान से जो चोरी का कोयला निकलता है,उसे जिले के अवैध ईंट भ_ों व कोल डिपो में खपाया जाता है, वहीं पुलिस कार्रवाई भी करती है लेकिन इसके बावजूद भी कोयले का अवैध परिवहन नहीं रुकता है।

अवैध कोयले का लाखों का कारोबार रोज
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार महान 2 महान 3 व अवैध कोयला खदानों से 30-40 छोटी- बड़ी गाडिय़ों से कोयला निकाला जाता है। कोयला तस्कर इस कोयले को ग्रामीणों से दो-ढाई रुपए किलो खरीदते हैं और उसके बाद इस कोयले को ले जाकर ईंट भ_ा वह कोल डिपो वालों को तीन से चार रुपए किलो में बेचते हैं और यही कोयला कोल डिपो में जाने के बाद 5 से 6 रुपये किलो का हो जाता है। इस अनुमान से प्रतिदिन लाखों रुपए का अवैध कोयले का कारोबार होता है। इस हिसाब को अगर जोड़ा जाए तो महीने में करोड़ों रुपए का अवैध कोयला तस्करों द्वारा तस्करी किया जाता है।

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