सुकमा
कहा- शासन प्रशासन सभी आपकी मदद के लिए समर्पित है
प्रभावितों को बांटे कंबल और मच्छरदानी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 29 जुलाई। प्रदेश के उद्योग एवं आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने आज कोंटा में बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात की, उनका कुशलक्षेम जाना। उन्होंने बताया कि बाढ़ के समय भी दो बार उन्होंने कोंटा पहुंचने का प्रयास किया, किंतु पहली बार एर्राबोर तक ही पहुंच पाए और दूसरी बार खराब मौसम के कारण उनका दौरा स्थगित रहा। आज बाढ़ के बाद तीसरे प्रयास में वे कोंटा पहुंचे और बाढ़ प्रभावित वार्डों का दौरा किया और बाढ़ से हुई क्षति की जानकारी भी अधिकारियों से ली।
इस दौरान केशकाल विधायक संतराम नेताम, कलेक्टर हरिस. एस, एसडीएम कोंटा बनसिंह नेताम एवं अन्य अधिकारी उनके साथ मौजूद रहे। उन्होंने बाढ़ प्रभावितों को कंबल और मच्छरदानी भी बांटी।
गोदावरी का रहा असर, पहले कभी इतने दिनों तक बाढ़ की स्थिति नहीं रही
उन्होंने कहा कि कोंटा शबरी नदी किनारे बसे होने के कारण डुबान क्षेत्र में आता है और गोदावरी नदी में जलस्तर बढऩे के कारण शबरी का पानी कोंटा सहित सीमावर्ती क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति निर्मित करता है। इस बार कोंटा नगर पंचायत के 12 वार्ड, ढोंढरा पंचायत एवं आंशिक रूप से इंजेरम में बाढ़ की स्थिति निर्मित हुई, जो गोदावरी नदी के जलस्तर वृद्धि के कारण हुई। अच्छी बात यह रही की शबरी नदी में अधिक जलस्तर नही था, अन्यथा बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो सकती थी।
उन्होंने कहा कि बाढ़ के दौरान पूरे समय वे रायपुर से प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के माध्यम से कोंटा के हालातों से जुड़े रहे और प्रशासन सहित जनप्रतिनिधियों को कोंटावासियों की हर संभव मदद पहुंचाने के निर्देश भी दिए, जिसका पालन सुकमा जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी सहित सभी जनप्रतिनिधियों ने किया। जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन भी पूरे समय कोंटा वासियों के राहत कार्य में तैनात रही।