जशपुर
सबकुछ ठीक रहा तो जशपुर में चलेगी रेल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 30 जुलाई। जशपुर जिले में रेल लाइन का सर्वे होगा। रेल मंत्रालय ने धरमजयगढ़ से लोहरदगा के बीच रेल लाइन सर्वे को मंजूरी दे दी है, जिससे जशपुर जिले में रेल लाईन का रास्ता अब साफ हो गया है।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ के जशपुर जिला सुदूर वनांचल इलाका है, जहाँ पहुंचने के लिए अच्छी सडक़ तक नहीं है। ऐसे में अब जमीनी स्तर पर रेल लाईन का सर्वे कार्य शुरु होने वाला है। जशपुर में रेल संघर्ष समिति के द्वारा कई दशक पहले ही जशपुर जिले में ट्रेन की मांग को लेकर आंदोलन शुरु किया जा चुका था। इसके बावजूद लगातार नेता और ग्रामीणों द्वारा आवाज उठाते रहे हैं। जिसका परिणाम केंद्रीय रेल मंत्रालय ने धरमजयगढ़ से लोहरदगा के बीच रेल लाइन सर्वे का आदेश जारी कर दिया है।
संघर्ष का मिलेगा प्रतिफल
धरमजयगढ़ से लोहरदगा के बीच रेल लाइन जशपुर जिले से होकर ही गुजरेगी। जशपुर ऐसा जिला है, जहां अब तक रेल लाइन ही नहीं पहुंच सकी है। क्षेत्र के लोग अब भी रेल सेवा की सुविधा से महरूम हैं। जिले के पिछडऩे का एक कारण यह भी है। जिले में रेल लाईन आने से निश्चित ही बदहाली का यह आलम बदल सकता है।
रेल मंत्रालय ने धरमजयगढ़ से लोहरदगा तक रेल लाइन सर्वे का टेंडर जारी कर दिया है। करीब 240 किमी अनुमानित लंबाई की रेल लाइन के सर्वे के लिए 3.04 करोड़ की अनुमति दी गई है।
नई रेल लाईन के लिए भू तकनीकी जांच, फील्ड विवरण तैयार किया जाना है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने फाईनल लोकेशन सर्वे की मंजूरी लंबे समय के बाद दी है। सर्वे के लिए फर्मों से 3 अगस्त तक प्रस्ताव मंगवाए गए हैं। इसके पहले ही रेलवे ने एसईसीएल और राज्य सरकार के साथ मिलकर ईस्ट कॉरीडोर की रेल लाइन बिछाई है जिस पर कोयला परिवहन किया जा रहा है।
रेल लाईन यहां से गुजरेगी
खरसिया से धरमजयगढ़ तक रेल लाइन का कार्य लगातार जारी है, जिसमें खरसिया से कारीछापर तक 74 किमी, कारीछापर से धर्मजयगढ़ 30 किमी, स्पर लाइन 28 किमी और फीडर रूट 20 किमी भी बिछाई जानी है।
रेल लाइन का मुख्य उद्देश्य रायगढ़ मांड कोलफील्ड में कोयला खदानों से कोयले का परिवहन करना है ताकि प्रदूषण और दुर्घटनाएं कम हों। फिलहाल जो रेल लाइन का सर्वे हो रहा है, उसमें धरमजयगढ़, पत्थलगांव, कांसाबेल, कुनकुरी, जशपुर, गुमला, घाघरा आदि को शामिल किया जाएगा।
2012 में भी मिली थी मंजूरी
धरमजयगढ़ से झारखंड के लोहरदगा तक प्रारंभिक इंजीनियरिंग कम ट्रैफिक सर्वे को मंजूरी 19 जुलाई 2012 को ही मिल चुकी थी। रेल मंत्रालय ने देश की 59 नई लाइनों के सर्वे को अनुमति दी थी, जिसमें यह लाइन भी शामिल थी। इस सूची में रायपुर से शिवरीनारायण होते हुए बलौदाबाजार, नागपुर से चिरमिरी, रायपुर से बरगढ़, रायपुर से गरियाबंद, देवभोग होते हुए ओडिशा, तलाईपाली से घरघोड़ा, खरसिया से घरघोड़ा, अंबिकापुर से झारसुगुड़ा आदि रूट शामिल थे। अब जाकर लोकेशन सर्वे की अनुमति दी गई है। जिससे जशपुर जिले में रेल लाईन का रास्ता बिल्कुल साफ हो गया है।