जशपुर

सीईओ जितेंद्र बच्चों को मार्गदर्शन देने पहुंचे मॉडल स्कूल
02-Aug-2022 5:57 PM
सीईओ जितेंद्र बच्चों को मार्गदर्शन देने पहुंचे मॉडल स्कूल

बताया- यूपीएससी की तैयारी के दौरान बटन मोबाइल का प्रयोग किया

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 2 अगस्त।
सोमवार को शासकीय आदर्श उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, डोडक़ाचौरा के प्रांगण में 2019 बैच के आईएएस जितेन्द्र कुमार यादव, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत जशपुर के द्वारा कैरियर गाइडेंस पर मार्गदर्शन सत्र आयोजित किया गया। इस सत्र में शासकीय आदर्श उच्चतर माध्यमिक विद्यालय और शासकीय प्रयास आवासीय विद्यालय के कक्षा 9वीं से 12 वीं तक के सभी विद्यार्थी, कमला केरकेट्टा प्राचार्य एवं दोनों विद्यालयों के सभी शिक्षक शामिल हुए।  

विद्यार्थियों को विभिन्न कैरियर विकल्पों की जानकारी देते हुए जिला पंचायत सीईओ यादव ने कहा  कि सभी बच्चों के अंदर समान क्षमता होती है, न किसी में कम और न किसी में ज्यादा। 

टोक्यो ओलंपिक में जेवलिन थ्रो में स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा का उदाहरण देते हुए उन्होंने समझाया कि जो बच्चे अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए डिवोशन, डिसिप्लीन और डेडीकेशन के साथ तैयारी करते हैं, उनकी प्रतिभा निखर कर सामने आती है और वो अपने जीवन में सफल होते हैं। घरों में परिवार के साथ रहकर तैयारी करने की तुलना में छात्रावास का वातावरण एक बेहतर विकल्प है, जो भाग्यशाली लोगों को ही मिलता है। इसलिए आप अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए आगे बढि़ए। विषय से संबंधित किसी भी तरह की समस्या होने पर अपने शिक्षक से जब आवश्यक्ता पड़े, बिना किसी संकोच के मार्गदर्शन लीजिए।

 जिला पंचायत सीईओ यादव ने विद्यार्थियों को उदाहरण देकर यह भी समझाया कि समय प्रबंधन कैसे करें और अध्ययन के लिए विषयों के चयन का प्रतिदिन क्रम किस तरह बनाना चाहिए। कुछ छात्र उन्हें कठिन लगने वाले विषयों के अध्ययन का क्रम सबसे अंत में रखते हैं। यह देखा गया है कि ऐसे छात्रों के अंदर यह प्रवृत्ति बन जाती है कि वो  अपने जीवन की कठिन समस्याओं को अपनी प्राथमिकता के सबसे अंत में रखते हैं। इसलिए कठिन विषयों से बिलकुल भी डरना नहीं चाहिए, जो विषय आपके लिए कठिन हों, वो दूसरों के लिए सरल हो सकते हैं।  डर का सामना कीजिए, कठिन विषयों को हल कीजिए और इसकी आदत बनाइए जो सफल जीवन के लिए बेहद जरुरी है। जिस तरह प्याज की परत एक के बाद दूसरी परत खुलती जाती है, उसी तरह से जीवन में प्रतिदिन एक नया अवसर मिलता है।

मोबाइल से दूर रहें
लिजार्ड सिंड्रोम के बारे में बताते हुए उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि यदि आवश्यक हो तो मोबाइल पर दिन में एक या अधिकतम दो बार  नोटिफिकेशन, जानकारियां देख लें, परंतु दिन भर उसमें लगे न रहें। यह सोचना कि मोबाइल पर मिलने वाली  हर जानकारी आप तक सबसे पहले पहुंचे, ठीक नहीं है। मोबाइल का उपयोग कुछ दिनों के लिए बंद करके देखिए, आपको समझ आ जाएगा कि मोबाइल पर मिलने वाली जानकारियां आप तक नहीं पहुंचने के बावजूद दुनिया पहले की तरह ही चल रही है। अपने बारे में बताते हुए जिला पंचायत सीईओ यादव ने कहा कि पढ़ाई के दौरान उनके पास बटन वाला मोबाइल था और वो आज भी कई सोशल मीडिया के प्लेटफार्म से दूर हैं।

मेडिटेशन करना जरूरी
सीईओ यादव ने अध्ययन के दौरान एकाग्रता बनाए रखने के  कई विकल्प बच्चों को बताते हुए विद्यालय में अध्ययन-अध्यापन के साथ मानसिक स्वास्थ्य के लिए योग और मेडिटेशन सत्र आयोजित करने के लाभ भी बताए। विषय की बेहतर समझ बनाने, नोट्स तैयार करने और उन्हें याद रखने के तरीकों पर विस्तार से चर्चा करते हुए उन्होंने कॉन्फिडेन्स और ओवर कॉन्फिडेन्स में अंतर उदाहरण के साथ स्पष्ट किया। 

सत्र के अंत में उन्होंने उपस्थित विद्यार्थियों से उनकी समस्याओं के संबंध में चर्चा की और उनके निराकरण के उपाय बताए।
 

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news