सुकमा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 3 अगस्त। सोलह लाख के ईनामी नक्सली दंपत्ति ने मंगलवार को पुलिस व एसटीएफ के अफसरों के सामने एसपी कार्यालय में आत्मसमर्पण किया।
पुरूष नक्सली 16 वर्ष तथा महिला नक्सली 10 वर्ष से लगातार नक्सली संगठन में सक्रिय रहे। दोनों जिला सुकमा/बीजापुर में घटित बड़ी नक्सली घटनाओं में शामिल रहे। छग शासन द्वारा 8-8 लाख रूपये का घोषित ईनाम है। नक्सली दंपत्ति को आत्मसमर्पित कराने प्रोत्साहित करने एसटीएफ बल का विशेष योगदान रहा।
जिला सुकमा में सुंदरराज पी. पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज, योज्ञान सिंह उप पुलिस महानिरीक्षक (सीआरपीएफ) परिचालन सुकमा, रजनीश शर्मा, उप महानिरीक्षक एसटीएफ, कमलोचन कश्यप, उप पुलिस महानिरीक्षक दंतेवाड़ा रेंज के मार्गदर्शन व सुनील शर्मा पुलिस अधीक्षक सुकमा, विजय पाण्डेय पुलिस अधीक्षक एसटीएफ , किरन चव्हाण अति. पुलिस अधीक्षक नक्स. ऑप्स. सुकमा के निर्देशन में चलाये जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान तथा छत्तीसगढ़ शासन की ‘पुनर्वास नीति’ के प्रचार-प्रसार एवं सुकमा पुलिस द्वारा चलाये जा रहे ‘‘पूना नर्कोम अभियान’’ (नई सुबह, नई शुरूवात) से प्रभावित होकर और नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा बाहरी नक्सलियों द्वारा भेदभाव करने तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर प्रतिबंधित नक्सली संगठन के दक्षिण बस्तर बटालियन नं. 01 में कार्यरत नक्सली दंपत्ति सलवम मुत्ता उर्फ सुक्कु निवासी थाना एर्राबोर जिला सुकमा क्षेत्र एवं सलवम गंगी निवासी थाना चिंतागुफा जिला सुकमा क्षेत्र द्वारा 2 अगस्त को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पुलिस अधीक्षक सुकमा सुनील शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नक्सल आप्स. जिला सुकमा किरण चव्हाण, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुकमा ओम चंदेल, उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय सुकमा पारूल खण्डेलवाल एवं एसटीएफ कंपनी कमाण्डर महंत सिंग के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया गया है।
आत्मसमर्पित नक्सली दंपत्ति को छत्तीसगढ़ शासन की पुर्नवास योजना के तहत 20,000/- प्रोत्साहन राशि दिया गया एवं पुनर्वास योजना के तहत अन्य सुविधा हेतु नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है।
आत्मसमर्पित सलवम मुत्ता
उर्फ सुक्कु का विवरण:-
वर्ष 2006 - तत्कालिन डीव्हीसी विजय/कोंटा एरिया कमेटी इंचार्ज ताती भीमा के साथ रहा। वर्ष 2007-2008 तक- डीव्हीसी विजय (हाल मृत) का सुरक्षागार्ड। वर्ष 2009- (लगभग 10 माह) - मिलिट्री कंपनी नं. 03 सदस्य - तत्कालिन कमांडर हिडमा (वर्तमान बटालियन कमांडर)। वर्ष नवबंर 2009-2011 तक - बटालियन हेडक्र्वाटर सेक्शन ‘बी’ सदस्य- हथियार .303 रायफल। वर्ष 2012- 2018 तक - बटालियन कंपनी नं. 01, प्लाटून नं. 01 सेक्षन ‘ए’ कमांडर- एसएलआर। वर्ष 2019 से अब तक- बटालियन कंपनी नं. 01, प्लाटून नं. 01 डिप्टी कमांडर $ सेक्शन ‘ए’ कमांडर
अंतिम धारित हथियार - एसएलआर रायफल
बड़ी घटनाए जिसमें सम्मिलित रहा (कुल 14)- किस्टाराम हेलीपेड़ में सुरक्षा बलो पर हमला वर्ष 2009- 03 जवान शहीद $ हथियार लूट
लोकसभा चुनाव दौरान मिनपा पदामपारा में पुलिस पार्टी पर हमला वर्ष 2009 - 10 जवान शहीद , 04 नक्सली मृत
सिंधनमडगु-बुर्कलंका के बीच सुरक्षा बल पर फायरिंग वर्ष 2009- 03 जवान शहीद $ हथियार लूट।
ताडमेटला एम्बुष वर्ष 2010 - 76 जवान शहीद $ हथियार, उपकरण लूट।
एलारमडगु एम्बुष वर्ष 2009- 03 जवान शहीद $ 02 नक्सली मृत
अस्थाई कैम्प मिनपा में फायरिंग वर्ष 2013- 01 नक्सली मृत
कसालपाड़ मुठभेड़ वर्ष 2014 - 14 जवान शहीद
कसालपाड़ गांव में पुलिस पार्टी पर फायरिंग - 06-07 जवान घायल
पिडमेल मुठभेड़ वर्ष 2015 - 07 एसटीएफ जवान शहीद
टोण्डामरका मुठभेड़ वर्ष 2017- 01 नक्सली मृत
भेजी-कोत्ताचेरू एम्बुष वर्ष 2017- 12 जवान शहीद
बुरकापाल एम्बुष वर्ष 2017 - 25 जवान शहीद
पेदागेल्लूर फायरिंग वर्ष 2017 - 01 नक्सली मृत
टेकलगुड़ा मुठभेड़ वर्ष 2021 - 22 जवान शहीद (स्वंय बटा. कमांडर हिडमा की सुरक्षा में था)
आत्मसमर्पित महिला नक्सली सलवम गंगी का विवरण
वर्ष 2013 - बाल संगठन में भर्ती। वर्ष 2013-14 (06 माह) - पालाचलमा एलओएस सदस्य - कमांडर सविता - खाली हाथ। वर्ष 2014-15 (06 माह) - बटालियन कंपनी नं. 01, प्ला0 01, सेक्षन ‘‘ए’’ सदस्य - कमंाडर सोनू। वर्ष 2016- से अब तक - बटालियन कृषि टीम सदस्य
अंतिम धारित हथियार- एसएलआर रायफल