राजनांदगांव
विकासखंडों में भी दिख रही है नि:शुल्क कोचिंग की सार्थकता
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 5 अगस्त। कलेक्टर डोमन सिंह ने बुधवार को 10वीं-12वीं कक्षा के लिए जिले में नई पहल करते चलाए जा रहे नि:शुल्क कोचिंग क्लासेस में नामित व्याख्याताओं की बैठक लेकर उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों और उनकी भूमिका की सराहना की। कलेक्टर ने कहा कि समाज में परिवर्तन लाने और दिशा दिखाने का काम प्राचीन काल से शिक्षक कर रहे हैं। शिक्षक अपनी सार्थकता से समाज को आईना दिखाने का काम करते हैं। शिक्षकों की भूमिका से ही बड़े परिवर्तन होते हैं।
कलेक्टर ने कहा कि समाज का निर्माण और स्थापित करने में शिक्षकों की महती जिम्मेदारी होती है। उन्होंने कहा कि जिले में कक्षा 10वीं और 12वीं के बच्चों के लिए नि:शुल्क कोचिंग क्लासेस चलाया जा रहा है। इसके लिए विषय विशेषज्ञों का चयन किया गया है। उन्होंने कहा कि आप सभी जिम्मेदारीपूर्वक निस्वार्थ भाव से कर्तव्य निर्वहन कर रहे हैं। बच्चों में शिक्षा की अलख जगा रहे हैं। कलेक्टर ने कहा कि आप सभी जवाबदारीपूर्वक इसका संचालन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण और दूरस्थ अंचल के बच्चे शहरों में जाकर कोचिंग संस्थान से कोचिंग प्राप्त करने में असमर्थ होते हैं। आर्थिक रूप से कमजोर होने और दूरस्थ अंचल से होने के चलते उनकी पढ़ाई काफी प्रभावित होता है। नि:शुल्क कोचिंग क्लास चलाए जाने से अधिकांश बच्चे इससे जुडक़र पढ़ाई का लाभ ले रहे हैं, जो उसके अंतिम मूल्यांकन में अच्छे अंक लाने में मदद करेगा। बैठक में कलेक्टर ने एक-एक कर सभी व्याख्याताओं से परिचय प्राप्त किया साथ ही उनका अभिवादन किया।
बैठक में कोचिंग संचालन की जानकारी लेकर उन्होंने आने वाले समय में और अच्छा प्रयास करने कहा। कलेक्टर ने कहा कि जिस उद्देश्य और मंशा से यह अभियान चलाया जा रहा है। उसका प्रतिफल देखने को मिल रहा है। आने वाला समय में यह निश्चित ही बच्चों के भविष्य के लिए सार्थक साबित होगा। बैठक में संयुक्त कलेक्टर इंदिरा देवहारी, जिला शिक्षा अधिकारी आरएल ठाकुर, जिला परियोजना अधिकारी साक्षरता रश्मि सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।