रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ, 5 अगस्त। बरमकेला विकासखंड मुख्यालय से महज 20 किलोमीटर की दुरी पर कोठीखोल क्षेत्र में स्थित शासकीय प्राथमिक शाला दमदमा ने इन दिनों अपने बदहाली पर आंसू बहा रहा है।
दमदमा के प्राथमिक विद्यालय इतना जर्जर हो चुका है कि कभी भी गिर सकता है, लेकिन शिक्षा विभाग के लापरवाही से आज भी छात्र इसी जर्जर भवन के आँगन मे पेड़ के नीचे बैठकर पढऩे के लिए मजबूर हैं,यहाँ के शिक्षक और बच्चे तथा पालक खतरे की आशंका को देखते हुए नया भवन बनवाने के लिए गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नहीं होने से डर का माहौल बना हुआ है।
शाला भवन का प्लास्टर गिरता रहता है जिससे कभी भी अनहोनी हो सकता है, बरामदा मे एक साथ पांच क्लास तक के सभी बच्चों को पढ़ाई जा रही है, पढ़ाई काफी प्रभावित हो रही है तथा इससे ग्रामीण काफी आक्रोश नजर आ रहे हैं।
शिक्षकों का कहना है कि विभाग को कई बार इसकी सुचना दी जा चुकी है परन्तु इनका सुध नहीं लिया जा रहा है जिससे बरसात के दिन होने के कारण बाहर मे साँप बिच्छु के काटने का भी डर बना हुआ है और पूरा बाउंड्री वॉल नहीं बनने से जानवर भी अंदर घुसते नजर आ रहे हैं जिससे बच्चों की जिंदगी खतरे में है।