राजनांदगांव
जांगला गांव में पर्चे भी फेंके
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 अगस्त। शहीद सप्ताह के बाद नक्सलियों ने एक हिंसक वारदात को अंजाम देते हुए एक ग्रामीण को पुलिस मुखबिरी के शक में मौत के घाट उतार दिया। पुलिस को लगातार नक्सलियों की इस इलाके में मूवमेंट की खबर मिली थी। बताया जा रहा है कि लंबे समय से इस क्षेत्र में नक्सली पुलिस मुखबीरी करने के शक पर किसी की तलाश में थे और आखिरकार एक आदिवासी ग्रामीण की हत्या कर दी।
मिली जानकारी के मुताबिक महाराष्ट्र के मलाजखंड थाना के जांगला में लालू नामक एक ग्रामीण को नक्सली ने बीती रात को घर से उठा लिया और उसकी जघन्य हत्या कर दी। नक्सलियों ने वारदात के बाद पर्चे भी फेंके हैं। मुखबिरी के शक पर ग्रामीण की हत्या की जिम्मेदारी लेते भारत कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) मलाजखंड एरिया कमेटी के पर्चे में पुलिस के रवैये पर सवाल उठाए हैं। जिसमें पैसों का लालच देकर ग्रामीणों को मुखबीर बनाना और जनता के साथ सौतेला व्यवहार करना शामिल है।
नक्सलियों ने पाथरी पुलिस चौकी के थानेदार पर लोगों को धमकाने का भी आरोप लगाया है। इस संबंध में बालाघाट रेंज आईजी संजय सिंह ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि नक्सलियों द्वारा हत्या की गई है। ग्रामीण का स्थानीय पुलिस के साथ कभी भी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष संबंध नहीं रहा है। मामले की जांच की जा रही है। इस बीच नक्सलियों ने बालाघाट इलाके में आम लोगों को निशाना बनाना फिर से शुरू किया है। शहीद सप्ताह के बाद फौरन हुए इस घटना से पुलिस के सामने ग्रामीणों की सुरक्षा एक बड़ी चुनौती बन गई है।