सुकमा

दो सूत्रीय मांगों को लेकर आदिवासी महासभा का धरना-प्रदर्शन
06-Aug-2022 5:29 PM
दो सूत्रीय मांगों को लेकर आदिवासी महासभा का धरना-प्रदर्शन

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

सुकमा, 6 अगस्त।  तेंदूपत्ता  व मुलाकिसोली को लेकर  अखिल भारतीय आदिवासी महासभा जिला परिषद द्वारा बस स्टैंड में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया , महासभा द्वारा ग्राम मुलाकिसोली में ग्रेनाइट खदान के फर्जी ग्राम सभा व किसी निजी कंपनी को खदान लीज में देने का विरोध व आदिवासी ग्रामीणों का ठेकेदार द्वारा तेंदूपत्ता के पैसे तत्काल भुगतान करने जैसे 2 मांगों को लेकर सुकमा के बस स्टैंड परिसर में धरना प्रदर्शन व सभा किया गया।  

सभा को संबोधित करते हुऐ पूर्व विधायक व आदिवासी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनीष कुंजाम ने मंत्री कवासी लखमा व कोंटा पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाये। 
कुंजाम ने कहा कि मुलाकिसोली खदान और तेंदूपत्ता में भष्ट्राचार को लेकर हम धरना प्रदर्शन के अनुमति हेतु पहले ही आवेदन दे चुके है फिर भी हमें   धरना-प्रदर्शन की अनुमति न देते हुये पुलिस द्वारा धरना प्रदर्शन हेतु मना किया गया, धरना में आ रहे आदिवासी ग्रामीणों को जगह-जगह पुलिस द्वारा रोका गया। क्या अपनी बातों को सामने रखना जनता का मौलिक अधिकार नही है, उन्हें सभा करने से क्यों रोका जा रहा है?

कुंजाम ने कहा कि कल जब आदिवासी ग्रामीण ठेकेदार द्वारा पैसे नहीं देने की शिकायत पुलिस से की तो पुलिस ने ठेकेदार पर क्यों कोई कार्यवाही नहीं की उल्टा आज सभा करने से ग्रामीणों को पुलिस रोक रही है यह पुलिस का लोकतंत्र में कौन सा चेहरा है। तो वही मंत्री कवासी लखमा पर निशाना साधते हुये कुंजाम ने कहा मंत्री लखमा  जब अपने किसी कार्यक्रम में ग्राम कोयाबेकुर गये हुये थे तब मंत्री लखमा ने ग्रामीणों से कहा था तेंदूपत्ता में 1 रुपये की भी गड़बड़ी हुई तो कड़ी से कड़ी कार्रवाई करूंगा, आज जब कोंटा ब में व एर्राबोर अ, ब, में ठेकेदार द्वारा करोड़ो की भ्रष्टाचार हुई है तो मंत्री जी क्यों बात नहीं कर रहे है। 

सभा को संबोधित करते हुए कुंजाम ने छत्तीसगढ़ सरकार से अपील की है कि बाढ़ से पीडि़त लोगों को उचित मुआावजा दिया जाये और जब तक हमारी दोनों मांगे पूरी नहीं होगी तब तक हम लड़ेंगे।

खदान स्वीकृति के लिए फर्जी ग्राम सभा का प्रस्ताव
जिला पंचायत के सदस्य रामा शोडी ने आरोप लगाते हुए कहा कि ग्राम सभा के पास अधिकार होता है कि ग्राम सभा क्षेत्र में किसी भी प्रकार के कार्य के लिए ग्राम सभा की अनुमति की जरूरत होती है लेकिन यहाँ पर फर्जी ग्रामसभा के माध्यम से कह रहे हैं कि खदान को लेकर किसी भी प्रकार की सभा की आज तक कोई बैठक नहीं हुई है। जो ग्राम सभा के प्रस्ताव की बात कही जा रही है वह फर्जी है। उन्होंने कहा कि पांचवीं अनुसूची क्षेत्र में इस तरह से बगैर ग्राम सभा के खदान का आवंटन प्रकिया अवैध है। 
 फर्जी ग्राम सभा के अनुमोदन में सरपंच, पटेल के हस्ताक्षर फर्जी है। इसकी जांच पड़ताल करके मुलाकिसोली सरपंच पुजारी पटेल से बैठक कर पूछा गया तो उन्होंने साफ मना कर दिए कि हमने नहीं किया, न ही ग्राम सभा हुआ। इसके लिए एराबोर थाने में सचिव के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवाया। लेकिन आज तक टेंडर को न रोका गया, न ही सचिव के ऊपर पुलिस प्रशासन ने कोई कार्रवाई की है। तेंदूपत्ता संग्राहकों का भी यही हाल है, विगत तीन महीनों से अपने मेहनताना को लेने के लिए ठेकेदार के घर चक्कर लगा रहे हैं। इसका वीडियो-आडियो वायरल हो रहा हैं। पूरे क्षेत्र में ठेकेदार के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। 

इस धरना-प्रदर्शन में कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव रामा सोढ़ी, सह सचिव गंगा राम नाग, आदिवासी महा सभा जिला अध्यक्ष देवा राम सोढ़ी, अखिल भारतीय नव जवान सभा के जिला अध्यक्ष शैलेन्द्र कश्यप, नव जवान सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश नाग, महिला फेडरेशन की जिला अध्यक्ष कुसुम नाग, महिला फेडरेशन की जिला सचिव आराधना मरकाम, कम्युनिस्ट पार्टी जिला सह सचिव हड़मा मरकाम, कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ नेता रमना राव, गेंवा राम नेगी, करतम देवा, व ग्राम फन्दीगुड़ा, इंजरम, मुलाकिसोली, बुरगुड़ा ग्रामो के सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित रहे।
 

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