बालोद

आजादी के अमृत महोत्सव में बेटियों की भागीदारी होगी महत्वपूर्ण
06-Aug-2022 5:53 PM
आजादी के अमृत महोत्सव में बेटियों की भागीदारी होगी महत्वपूर्ण

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद,  6 अगस्त।
भारत देश अपने स्वर्णिम कार्यकाल के 75 की वर्षगांठ पर पहुंच चुका है पूरे देश में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है और देश के प्रधानमंत्री ने पूरे देश में हर घर तिरंगा अभियान छेड़ा हुआ है आगामी 13 से 15 अगस्त को यह अभियान चलाया जाएगा परंतु बालोद जिले में यह अभियान इसलिए बेहद खास होता जा रहा है क्योंकि घर-घर झंडा पहुंचाने की जिम्मेदारी बालोद जिले की बेटियों ने संभाल रखी है इस जिले में जिला परियोजना लाइवलीहुड के माध्यम से वहां पर सिलाई सीखने वाली युवतियां हिंदी में तन मन लगाकर तिरंगे का निर्माण कर रही है कलेक्टर गौरव कुमार सिंह के निर्देश पर इन बेटियों को लगभग 10 हजार झंडा बनाने का लक्ष्य दिया गया है।

बेटियों को हो रहा गर्व
बालोद जिले की बेटियों को अपने काम के ऊपर काफी गर्व है इन बेटियों ने बताया कि हम सब यहां पर सिलाई सीखने हैं और जब हमें आजादी के अमृत महोत्सव के तहत हर करती रहना अभियान का हिस्सा बनाने का निर्णय लिया गया तो हम सब काफी खुश हैं हम सब सहेलियां मिलजुलकर मशीनों के माध्यम से झंडे की सिलाई कर रहे हैं।

खादी ग्रामोद्योग से आपूर्ति
बालोद कलेक्टर गौरव कुमार सिंह के मार्गदर्शन में खादी ग्राम उद्योग के माध्यम से कपड़े की सप्लाई लाइवलीहुड में की जा रही है जहां से साइज काट काट कर इन युवतियों को दिया जा रहा है फिर भी अपने काम में जुटी हुई है खादी ग्रामोद्योग द्वारा लगातार लौट भेजे जा रहे हैं और यहां काफी तेजी से तिरंगे झंडे का निर्माण कर रही है।

बेटियों के हाथों का तिरंगा लहराएगा घर घर
बालोद जिले के लिए यह विषय केवल अनुभूति ही नहीं गर्व का भी है क्योंकि हम अपने घरों में जो झंडा लहराएंगे उनका निर्माण हमारे देश की लाडली भविष्य कर रहे हैं जी हां इन युवतियों को कलेक्टर ने बेहद अहम जिम्मेदारी दी है यह वह छात्राएं हैं जोकि लाइवलीहुड के माध्यम से सिलाई का प्रशिक्षण कर रहे हैं परंतु आने वाले कुछ दिनों में उनका एग्जाम है पर उन्हें एग्जाम से पहले एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी तिरंगा झंडा निर्माण के दिया गया जिससे वे बेहद खुश हैं और उनका बेहतर प्रैक्टिस हो पा रहा है प्रशासन ने आगे इन युवतियों के लिए कुछ न कुछ बेहतर करने का सोच रखा है।

पहले आए थे सैंपल
सबसे पहले सैंपल दिया गया था और पहले लॉट में 24 मीटर का कपड़ा आया था जिसे इन बेटियों ने फटाफट पूरा कर लिया जिसके बाद खड़ी ग्रामोद्योग के माध्यम से पुन: कपड़ों की सप्लाई की जा रही है 24 मीटर के एक लॉट में 250 झंडे बनाए जा सकते हैं।

1 अनुपात 3 का निर्माण
झंडे को एक अनुपात 3 के हिसाब से निर्मित किया जा रहा है कलेक्टर के निर्देश में यह बेटियों को लगभग 10 हजार झंडा बनाने का लक्ष्य दिया गया है एनआरएलएम के माध्यम से भी इस अभियान को तेजी दी जा रही है।

बेटियों ने कलेक्टर का किया आभार
सिलाई में शामिल बेटी अंशुल टाडिया ने कहा की कलेक्टर आदरणीय गौरव कुमार सिंह ने हैं इस काबिल समझा और हमे काम दिया इसके लिए हम उनका आभार व्यक्त करते हैं आपको बता दें कि कलेक्टर ने ही इस अभियान को एजीबी है और इन बेटियों को बेहतर कार्य से जोड़ा है।

क्या कहा कलेक्टर ने
कलेक्टर गौरव कुमार सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस को लेकर प्रशासन पूरी तरह तैयारी में है निर्माण से लेकर वितरण तक हर व्यक्ति की सहभागिता होनी चाहिए उन्होंने अपील किया कि प्रत्येक घरों में तिरंगा लहराए इस अभियान में हर कोई सहभागी बने उन्होंने कहा कि बेटियों को राष्ट्रभक्ति की भावना तो मिल रही साथ ही उन्हें एक रोजगार का अवसर भी मिल रहा है बेटियों के हाथों बने तिरंगा घर-घर लहराया जाएगा।

किफायती दामों पर मिलेंगे तिरंगे 
छात्राओं द्वारा बनाये जा रहे इन झंडों को किफायती दरों पर बिक्री के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। नगरीय निकायों और शासकीय कार्यालयों में भी स्टाल लगाकर शासकीय अधिकारियों-कर्मचारियों सहित आम जनों को झंडे उपलब्ध कराए जाएंगे। गौरतलब है कि स्वतंत्रता के 75 साल पूरे होने के अवसर पर देश भर में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है इस महोत्सव के तहत 13 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा अभियान चलेगा।
 

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