बिलासपुर
पुलिस के दबाव में 15 लाख रुपए किए जमा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 8 अगस्त। ग्रामीण बैंक चकरभाठा में झूठी जानकारी देकर 89 लाख रुपये का लोन हड़पने के मामले में पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। उनसे 15 लाख रुपए फिलहाल बैंक को वापस दिलाए गए हैं।
छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक चकरभाठा के शाखा प्रबंधक विजय दिनकर ने थाने में शिकायत की कि 5 लोगों ने एक संयुक्त लोन उनके बैंक से लिया। उन्होंने जो दस्तावेज जमा किए हैं, उसमें उन्होंने अपने निवास स्थान और अपने व्यवसाय के बारे में झूठी जानकारी दी। उन्होंने खुद को सरकारी कर्मचारी होना बताया था। लोन की किश्त जमा नहीं होने पर वसूली के लिए बैंक के कर्मचारी उनके दिए गए पते पर पहुंचे तो वे अपने ठिकानों पर नहीं मिल रहे हैं। शिकायत पर धारा 420, 34 आईपीसी के तहत अपराध दर्ज कर पुलिस ने आरोपियों की खोजबीन शुरू की। पता चला कि आरोपी बार-बार जगह बदलकर रहते हैं। पुलिस ने सभी को ढूंढ निकाला और गिरफ्तार कर लिया। इनमें कोटा के ज्ञानदास और रामकुमार खांडे, पेंड्रा का गुलशेर खान और बिलासपुर के मदनलाल कुलमित्र और प्रदीप राव शामिल हैं।
पुलिस को आशंका है कि बैंक के दस्तावेज तैयार करने के लिए कम्प्यूटर की मदद ली गई है। दस्तावेज बनाने वाले की भी पुलिस पता लगा रही है। साथ ही इस लोन को मंजूर करने में बैंक की भूमिका की भी जांच की जा रही है क्योंकि लोन देने से पहले फील्ड का संबंधित व्यक्ति के घर तक जाकर दस्तावेजों को प्रमाणित करता है।