महासमुन्द
कल सुबह स्कूली छात्रा सडक़ हादसे में घायल हुई थी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 8 अगस्त। कल सुबह सडक़ हादसे में एक स्कूली छात्रा के घायल होने के बाद स्कूल प्रबंधन ने एसपी को पत्र लिखकर स्कूलों के सामने डिवाइडर की वजह से लग रहे जाम से निजात और शहर में स्कूल टाइम पर भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाने की मांग की है। मालूम हो कि नो एंट्री पर रोक कोविड काल से बंद है। वर्तमान में स्थिति सामान्य हो गई है। इसके बावजूद यातायात विभाग नो एंट्री पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
इस संबंध में यातायात डीएसपी राजेश देवांगन का कहना है कि कुछ माह पूर्व नो एंट्री का बोर्ड शहर के आउटर में जरूर लगा है। स्कूल की छुट्टी और लगने के समय पर पत्र भारी वाहनों के प्रवेश निषेध के लिए पत्र लिखा जा चुका है पर अभी तक सहमति नहीं मिली है जैसे ही सहमति मिलती है, नियम लागू कर भारी वाहनों के प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि शहर के मुख्य चौक पर यातायात सुुधारने खातिर सिग्नल जररू लगे हैं। लेकिन उसकी टाइमिंग का कोई मतलब नहीं है। भारी वाहन जब चाहे तब शहर में बेधडक़ तेज रफ्तार से दौड़ रहे हैं और लोग हादसे का शिकार हो रहे हैं। सबसे ज्यादा परेशानी बच्चों के स्कूल जाने व छुट्टी होने के समय होती है। इस समय हादसे का भय बना रहता है। कल शनिवार को स्कूल लगने के समय मालवाहक ने 11वीं की छात्रा को चपेट में ले लिया था। हालांकि हादसे में स्कूली छात्रा को गंभीर चोट नहीं आई है। लेकिन एक बड़ा हादसा हो सकता था।
गौरतलब है कि आदर्श हाई स्कूल में अध्ययनरत कक्षा 11वीं की छात्रा तारणी साहू कल शनिवार सुबह घर से स्कूल आ रही थी। स्कूल के पास पहुंची थी कि रायपुर से राजिम की ओर जा रहा मालवाहक वाहन से हादसे का शिकार हो गई। छात्रा के हाथ में चोट और पैर में मोच आने से वह घायल हो गई है।
स्कूल के प्राचार्य हेमेन्द्र आचार्य ने बताया कि उन्होंने हादसे के तुरंत बाद एसपी के नाम पत्र लिखा है। जिसमें स्कूल समय सुबह साढ़े 10 से दोपहर 12 बजे और शाम 4 से 6 बजे तक शहर में भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाने की मांग की है।
उन्होंने पालिका प्रशासन को भी पत्र लिखा है जिसमें स्कूल के प्रवेश द्वार से लगे फल, पान ठेला और अन्य दुकानों को हटाई जाएं। ताकि स्कूल के पास हादसे न हो।