रायपुर
रायपुर। पूर्व छात्र परिषद विद्या भारती छत्तीसगढ़ का प्रांतीय सम्मेलन रविवार को विद्या भारती प्रांतीय मुख्यालय रोहिणीपुरम में आयोजित किया गया था ।
इसमें पूरे छत्तीसगढ़ प्रांत के 277 सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालयों से लगभग 500 से अधिक पूर्व छात्रों के रूप में भाग लिया। उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि डो. देव नारायण साहू (संगठन मंत्री , विद्या भारती) जुड़ावन सिंह ठाकुर (प्रांतीय अध्यक्ष, विद्या भारती) विवेक सक्सेना( प्रांतीय सचिव) परिचय मिश्रा (प्रदेश संयोजक पूर्व छात्र परिषद प्रांत) उपस्थित थे ।
उद्घाटन सत्र में प्रदेशभर से आए पूर्व छात्रों ने सरस्वती शिशु मंदिर के दिए हुए संस्कार शिक्षा एवं नैतिक मूल्य ने किस प्रकार उनके सामाजिक एवं निजी जीवन के साथ-साथ उनके व्यवसायिक जीवन एवं कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त करने मैं सहयोगी हुए इस बात का प्रमुखता से उल्लेख किया । परिचय मिश्रा ने बताया कि छत्तीसगढ़ प्रांत में विद्या भारती के 40000 पंजीकृत सदस्य हैं जिसे इस वर्ष के अंत तक एक लाख से अधिक कर लिया जाएगा और पूरे विश्व में एक करोड़ से अधिक पूर्व छात्र हैं ।
प्रांतीय संगठन मंत्री डो.देव नारायण साहू ने अपने उद्बोधन में पूर्व छात्रों को समाज के प्रति उनके दायित्वों का बोध कराया। समापन सत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रांत के संघचालक डॉक्टर पूर्णेन्दु सक्सेना ने कहा कि विद्या भारती के पूर्व छात्र पूरे विश्व में इस बात के प्रमाण हैं अंग्रेजी भाषा किसी योग्यता का पैमाना नहीं है।विद्या भारती के पूर्व छात्रों से कहा कि आप एक नौकर बनाने वाली शिक्षा प्रणाली को बदलकर एक स्वावलंबी भारत का निर्माण करें जहां भारत का प्रत्येक युवा आत्मनिर्भर हो और भारत को एक आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने की दिशा में अग्रसर करें।
कार्यक्रम का संचालन सौम्य रंजन कानूनगो प्रांतीय सहसंयोजक विद्याभारती पूर्व छात्र परिषद ने किया ।कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन सौरभ अग्रवाल पूर्व प्रांत संयोजक
ने किया ।