महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 9 अगस्त। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के क्षमता निर्माण प्रशिक्षण अंतर्गत कल रविवार को जलग्रहण समिति खुसरूपाली में महिला स्व सहायता समूहों एवं कृषकों का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम हुआ। कायक्र्रम का शुभारंभ उपाध्यक्ष कृषक कल्याण परिषद छ.ग. महेन्द्र चन्द्राकर ने किया। इस अवसर पर संबंधित ग्राम पंचायत के अंतर्गत कार्यरत महिला स्व सहायता समूह एवं ग्रामवासी उपस्थित थे।
इस अवसर पर उपाध्यक्ष श्री चंद्राकर ने कहा कि किसानों की आय दोगुना करने के लिए सरकार तरह-तरह से प्रयास कर रही है। कई ऐसी योजनाएं लाई गयीहै। जिससे किसान आर्थिक लाभ उठा सकते हैं। इसी तरह की योजना है जो कम पानी में किसानों को खेती में मदद करती है।
अगर कम पानी वाले फसलों से अच्छा उत्पादन हासिल करना चाहते हैं तो प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का लाभ उठाना चाहिए। कृषि सिंचाई योजना का असल मकसद और खेत तक पानी पहुंचाना है। सिंचाई योजना का उद्देश्य खेत तक पानी की पहुंच को बढ़ाना और सुनिश्चित सिंचाई के तहत खेती योग्य भूमि का विस्तार करना है।
उन्होंने होने वाले विकास कार्यो के और जल संरक्षण एवं जल संर्वधन को बढ़ावा देने जैसे कार्यो का उल्लेख करते हुए सभी कार्यो में पारदर्शिता रखते हुए निष्ठापूर्वक कार्य कराये जाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हम सब शिकायत एवं आलोचना से और अपने कर्तव्य पर आगे बढ़े।
उन्होंने महिला स्व सहायता समूहों को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना अंतर्गत लाभान्वित किये जाने तथा रोजगार उपलब्ध कराये जाने के बारे में बताया।
कार्यक्रम अंतर्गत ग्राम पंचायत के 17 कृषकों को बैटरी चलित स्प्रेयर का भी वितरण किया गया। उक्त कार्यक्रम में ग्राम पंचायत के संरपच हरिश चन्द्राकर,उप संचालक कृषि अमित कुमार मोहंती, सहायक संचालक कृषि उमेश सिंह तोमर,ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी रमेश निषाद, सर्वेयर शकुन्तला पैकरा, जल ग्रहण विकास सदस्य उपेन्द्र चन्द्राकर, कमल नारायण साहू तथा राजेश कुमार साहू,पटेल सर उपस्थित थे।