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बस्तर संभाग में भारी बारिश, इंद्रावती उफान पर, कई जिलों में सडक़ मार्ग बाधित
09-Aug-2022 4:59 PM
बस्तर संभाग में भारी बारिश, इंद्रावती उफान पर, कई जिलों में सडक़ मार्ग बाधित

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 9 अगस्त।
विगत 3 दिनों से हो रही भारी बारिश की वजह से बस्तर संभाग में लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। भारी बारिश की वजह से बस्तर की जीवनदायनी नदी इंद्रावती उफान पर है। नदी तट और उसके आसपास के क्षेत्र पूरी तरह जलमग्न हो चुके हैं।

संभाग के अनेकों गांवों के घरों में बाढ़ का पानी घुसने से लोगों को ऊंचे व सुरक्षित जगहों पर शरण लेनी पड़ी है। इधर, अनवरत बारिश से इंद्रावती के जलस्तर में जारी वृद्धि से इसका पानी ग्रामीण इलाकों में सैलाब की स्थिति बनने के साथ बचे सडक़ मार्ग व अन्य नये जगहों पर तेजी से फैल रहा है। पानी ज्यादा बढऩे के बाद दर्जन भर से अधिक सडक़ों पर पानी चढ़ जाने से आवागमन पूर्ण रूप से बाधित हो गया है। गांवों में बाढ़ के पानी से इन गांवों का रास्ता अवरुद्ध हो गया है।

इन ग्रामीणों का एकमात्र सहारा नाव रह गयी है। आपदा की इस घड़ी में इन गांवों में पर्याप्त व्यवस्था नहीं मिलने से लोगों को जरूरत का सामान लाने में काफी परेशानी हो रही है। बीजापुर, सुकमा, कोंडागांव और दंतेवाड़ा जिले में भी बाढ़ की विभीषिका इंद्रावती के बढ़े जलस्तर से जहां बीजापुर जिले का संपर्क सीमावर्ती जिलों से पूरी तरह से टूट चुका है, वहीं भोपालपटनम के सोमनपल्ली गांव का संपर्क भी पूरी तरह से टूट चुका है।
सुकमा में शबरी नदी के उफान में होने का कारण जिले का संपर्क मलकानगिरी से टूट चुका है, झापरा पुल पूरी तरह से जलमग्न हो चुका है जिसकी वजह से आवगमन बाधित हो गया है।

वहीं दंतेवाड़ा जिला भी बाढ़ से अछूता नहीं रहा, शंकनी और डंकनी नेता के उफान में होने की वजह से दंतेवाड़ा का पुराना पुल बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया और नदी तट के कई गांवों में पानी घुस चुका है।

जगदलपुर रायपुर मार्ग भी बाधित
संभाग में हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से बस्तर संभाग के नदी नाले उफान पर हैं, बस्तर जिले के सोनारपाल और काकड़ी घाट में पानी सडक़ मार्ग के 4 से 6 फिट ऊपर बहने की वजह से कल रात से ही जगदलपुर रायपुर सडक़ मार्ग प्रभावित रहा है। समाचार लिखे जाने तक ये सडक़ मार्ग बाढ़ की वजह से अवरुद्ध है। मौसम के बिगड़े मिजाज का असर जिले को विकासखंडों और गांवों से जोडऩे वाले सडक़ों और पुल पर भी पड़ा, कई गांवों का संपर्क जिला और ब्लॉक मुख्यालय से कट चुका है।

बारिश से जगदलपुर का हाल बेहाल
लगातार हो रही बारिश से जगदलपुर का हाल भी बेहाल है नगर सन सिटी, गंगानगर वार्ड में पानी घरों में घुसने की वजह से लोग हलाकान हैं, लोगों के घरेलू सामान पानी में बर्बाद हो गए, नालियों का पानी सडक़ों में ओवरफ्लो होकर बह रहा है। वहीं इंद्रावती तट पर बसे प्रवीर वार्ड में नदी का जलस्तर बढऩे के बाद कुछ परिवारों को स्कूलों में शरण लेना पड़ा है, नदी का जलस्तर लगातार बढऩे की वजह से नदी तट में रहने वाले लोगों में भय व्याप्त है । वहीं नगर का पुराना पुल पूरी तरह से जलमग्न हो चुका है और आसपास के मकान बाढ़ के पानी से घिर चुके हैं, मुक्तिधाम भी बाढ़ की चपेट में आ गया है।

प्रशासन अब तक नहीं पहुंचा
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में
नगर में भारी बारिश और जलभराव की खबरों के बाद भी प्रशासन का कोई नुमाइंदा बाढ़ और जलभराव वाले क्षेत्रों में नहीं पहुंचा है, बाढ़ पीडि़त अपने स्तर पर ही राहत और बचाव कार्य कर रहे हैं। ऐसी गंभीर स्थिति में भी प्रशासन की सुस्ती से बाढ़ प्रभावित लोग प्रशासन से नाराज नजऱ आए। और तो और नगर पालिक निगम जगदलपुर के भी आला अधिकारी अब तक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे में नहीं पहुंचे हैं।

पार्षद महेंद्र पटेल ने सम्हाला मोर्चा
निगम क्षेत्र में प्रवीर वार्ड ही सबसे अधिक बाढ़ प्रभावित क्षेत्र है, इसके नदी तट के समीप होने के कारण ये डूबान क्षेत्र में आता है, भारी बारिश के बीच ही पार्षद महेंद्र पटेल बाढ़ प्रभावितों से मिलकर उन्हें सहायता करते देखे गए। बाढ़ का पानी घर में घुसने की वजह से पार्षद महेंद्र पटेल ने 4 परिवारों को स्कूल में स्थानांतरित कर उनके रहने और भोजन की व्यवस्था करवाई। इसके अतिरिक्त वो लगातार लोगों को समझाइश दे रहे हैं कि वो बाढ़ के बढऩे का इंतजार न करें और अपने घरेलू सामनों की बचाव की समुचित व्यवस्था कर, निकट के स्कूल में शरण लें। जब हमने पार्षद महेंद्र पटेल से बात कि तो उन्होंने बताया कोहपाल, स्कुलापारा और खडक़घाट के कुछ मकानों में बाढ़ का पानी घुस गया है जिसके कारण उन परिवारों को दूसरी जगह शिफ्ट कराया गया है और इसके लिए वो निगम प्रशासन के निरंतर संपर्क में हैं। उनका कहना है कि लगातार हो रही बारिश से स्थिति विकट हो सकती है इसलिए वो पहले ही लोगों के जान माल की सुरक्षा सुनिश्चित करना चाहते हैं।

इंद्रावती खतरे के निशान से ऊपर
बस्तर की प्राणदायनी कही जाने वाली इंद्रावती लगातार बारिश की वजह से अपने रौद्र रूप में है और खतरे के निशान से करीब 3 मीटर ऊपर बह रही है, जिसकी वजह से पुराना पुल तथा प्रवीर वार्ड के अधिकांश हिस्से जलमग्न हो चुके हैं। दोपहर 12 बजे की रीडिंग के अनुसार, जगदलपुर में इंद्रावती का जल स्तर 9.810 रिकार्ड किया गया है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है यदि इस दौरान ओड़ीसा के खातीगुड़ा डेम से पानी छोड़ा जायेगा तो स्थिति विकराल होने की आशंका है, फिलहाल भारी बारिश के बाद भी खातीगुडा डैम में जल स्तर बहुत ज्यादा नहीं बढ़ा है ,ये राहत की बात है ।
 

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