बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जांजगीर-चांपा, 10 अगस्त। नाबालिग के अपहरण में गिरफ्तार छोटे भाई को हवालात से जबरन छुड़ाने की कोशिश करने और सहकर्मियों से गाली-गलौच करने के आरोप में पामगढ़ के आरक्षक रज्जू टंडन को पुलिस अधीक्षक ने बर्खास्त कर दिया है।
सैनिक कॉलोनी पामगढ़ निवासी साहिल टंडन के खिलाफ 26 जुलाई को थाने में एक 13 साल की नाबालिग लड़की का अपहरण, बलात्कार और पॉक्सो एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया गया था। 4 अगस्त को पामगढ़ पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी युवक इसी थाने में पदस्थ आरक्षक रज्जू टंडन का छोटा भाई है। 4 अगस्त को रात करीब 11.30 बजे जब आरोपी साहिल हवालात में बंद था, आरक्षक रज्जू टंडन हवालात का ताला खोलकर उसे जबरन बाहर निकालने की कोशिश करने लगा। उस समय ड्यूटी पर प्रधान आरक्षक राजेश कोसले व चार अन्य आरक्षक तैनात थे। उन्होंने आरक्षक को रोकने का प्रयास किया तो वह पुलिस कर्मियों के साथ गाली-गलौच करते हुए धक्का मुक्की करने लगा। थाना प्रभारी वहां पहुंचे और उन्होंने उसका डॉक्टरी मुलाहिजा कराने का निर्देश दिया। इसी दौरान आरक्षक भाग खड़ा हुआ।
पूरी घटना की जानकारी जिला मुख्यालय में पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल को दी गई। उन्होंने डीएसपी संदीप मित्तल से जांच कर रिपोर्ट देने के लिए कहा। थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज से पाया गया कि आरोपी आरक्षक रज्जू टंडन काफी देर तक हंगामा करता रहा। उसने हवालात से अपने आरोपी भाई को छुड़ाने की कोशिश के अलावा ड्यूटी पर तैनात जवानों से भी मारपीट की कोशिश की है। इस कृत्य को गंभीर अनुशासनहीनता मानते हुए आरक्षक को बर्खास्त कर दिया गया है। इधर नाबालिग के अपहरण के आरोपी को भी न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।