रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 12 अगस्त। प्रदेश और देश के किसी भी तरह के वित्तीय सेवा रहित (अनबैक्ड विलेज) गांवों में बैकिंग सुविधा देने डाक विभाग नए शाखा डाकघर (बीओ) खोलने जा रहा है। इसके तहत छत्तीसगढ़ में 169 नए डाकघर खोले जाने हैं। ये सभी डाकघर मार्च 23 तक खोल दिए जाएंगे।
विभागीय सूत्रों ने बताया कि पहले ये डाकघर वामपंथ उग्रवाद प्रभावित (एलडब्ल्यूई) जिलों में खोले जाने थे। बाद में केन्द्र सरकार ने योजना का दायरा बढ़ाते हुए ऐसे सभी अनबैक्ड विलेज में खोलने का फैसला किया। संचार मंत्रालय ने इस विस वर्ष के अंत तक प्रत्येक 5 किमी के भीतर बैंक या डाकघर बैंक की सुविधा देना चाहती है। ताकि हितग्राही डीबीटी योजनाओं का अपने ही खाते के जरिए लाख ले सके। छत्तीसगढ़ डाक परिमंडल के अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि केन्द्र का जोर जल्द से जल्द खोलने का है ताकि लोगों का वित्तीय समावेशन हो सके। इसके तहत छत्तीसगढ़ परिमंडल ने प्रदेश के 6 डाक संभागों में 169 नए बीओ खोलने का प्रस्ताव भेजा है। इनमें सर्वाधिक 41 डाकघर बस्तर में खोले जाएंगे।
इसके अतिरिक्त दुर्ग में 8, रायपुर में 28, बिलासपुर में 11 और रायगढ़ में 40 बीओ खोलने का प्रस्ताव, डाक महानिदेशालय दिल्ली को भेजा गया है। इन बीओ के लिए ईडी कर्मियों की भर्ती भी की जाएगी। अभी प्रदेश में 4298 से अधिक डाकघर और शाखा डाकघर संचालित है। इनमें 33 लाख बचत खाते हैं। इनके जरिए डाक विभाग 19 हजार करोड़ का सालाना कारोबार करता है। इन नए डाकघरों के खुलने पर जहां खड़े हैं वहीं बैकिंग सुविधा देने का लक्ष्य है। आधार लिंक्ड पेमेंट सिस्टम से खाताधारक तत्काल वहीं पर भुगतान या जमा कर सकेगा। भुगतान 10 हजार से 20 हजार तक दिया जाएगा। मनरेगा, सामाजिक सुरक्षा पेंशन और सरकार की अन्य मुफ्त की नगद योजनाओं के साथ डाकघर बचत योजनाओं का भी लाभ दिया जाएगा।