रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सारंगढ, 13 अगस्त। छतीसगढ़ के प्रख्यात कथा मानस वाचक चित्रकार,लेखक,कवि बड़े मठ पारा निवासी मनोरंजन मिश्रा का निधन गत दिनों हो गया।
स्व. मिश्रा ने मानस कथा को नई रूप में प्रस्तुत कर क्षेत्र में पहचान देकर लोकप्रियता हासिल किये तथा अविभाजित मध्प्रदेश ही नहीं पूरे भारत मे मानस कथा प्रस्तुत करते रहे तथा भारत में मानस कथा वाचक, मानस मर्मज्ञ, मानस हंस शिरोमणी व मानस हंस वाचस्पति सम्मान से विभूषित, न केवल मध्यप्रदेश व ओडिशा बल्कि देश के कई राज्यों में शिष्य व अनुयायी रहे।
बहुआयामी प्रतिभा के धनी, सारंगढ़ के महान विभूति,हिन्दी के व्याख्याता रहे पंडित मनोरंजन को भारत के कई राज्यों में राज्य अतिथि का दर्जा प्राप्त था।
बुधवार 16 अगस्त को बड़े मठ जपानी बंगला एवम सत्संग भवन में श्रद्धांजलि सभा एवं गंगभोज रखा गया। श्री मिश्रा के निधन पर गोपाल जी धर्मादा ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री सूरज तिवारी ने कहा कि सारंगढ ने बहुमुखी प्रतिभा को खो दिया। अधिवक्ता संघ सारंगढ़ के अध्यक्ष विजय तिवारी ने उनके निधन पर संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि क्षेत्र ने मानस के ज्ञाता को खो दिया है। परशुराम सेवा समिति के सदस्य दीपक तिवारी ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि गुरुवर ने फाइन आर्ट को नई दिशा प्रदान की थी। उनके निधन पर पार्षद अमित तिवारी ने कहा हमने छतीसगधि कवि को खो दिया है।