गरियाबंद
नवापारा के तटवर्ती क्षेत्रों के घरों में घुसा बाढ़ पानी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 16 अगस्त। क्षेत्र में पिछले दो दिनों से बारिश होने से पैरी, सोढूर एवं महानदी सहित ईलाके के सभी छोटे बडे नाले उफान पर है। खेत-खलिहानों में पानी भरा हुआ है। बारिश का पानी कई मार्गों में बने नालों के ऊपर से बहने लगा है, तो कई जगहों से संपर्क भी टूट चुका है। नाले का जलस्तर बढऩे के कारण पानी नाले के उपर से चल रहा है, जिससे मार्ग काफी प्रभावित रहा। कुछ लोग जान जोखिम में डालकर नाला पार करते दिखे। बारिश से एक तरह जन जीवन भी पूरी तरह प्रभावित हो गई है।
त्रिवेणी संगम बीच स्थित श्रीकुलेश्वर महादेव मंदिर का चबुतरा पानी से घिरे होने की वजह से विहंगम नजर आ रहा है। वही लोमष ऋषि आश्रम के आसपास तथा साधु-संतों के ठहरने के लिए बनाए गए विश्राम गृह में भी बाढ़ का पानी घुस चुका है। पं. जवाहरलाल नेहरू पुल से नदी के लम्बे-चौड़े भाग को देखने से हर तरफ पानी ही पानी दिख रहा है। यह दृश्य लोगों को रोमांचित कर रहा है। इस सीजन का यह बाढ़ का विहंगम दृश्य है। जिसे देखने के लिए राजिम और नवापारा शहरवासी के अलावा राहगीर नदी के तट पर खड़े होकर आनंद ले रहे हैं। क्षेत्र के हर गांव की गलियां पानी की धार से लबालब है। जलाशयों की प्यास बुझ गयी है खेतों में भी लबालब पानी भर चुका है।
नवापारा नगर के नदी किनारे तटवर्ती क्षेत्र नेहरू घाट, सब्जी मंडी, भागु बंगानी के पीछे मोहल्ला, देवारपारा, सोमवारी बाजार, त्रिवेणी पुल के आसपास के वार्डों में बाढ़ का पानी घरों के अंदर घुस चुका है। यहां के रहने वाले सैकड़ों परिवारों को अपने घरों के सामानों को सुरक्षित स्थान जैसे सोमवारी बाजार के शेड के नीचे के अलावा नगर पालिका द्वारा नवनिर्मित खाली दुकानों, कृषि उपज मंडी सहित अन्य स्थानों में प्रभावित क्षेत्र के लोग अस्थाई रूप से ठहरे हुए हैं। बाढ़ को देखते हुए स्थानीय प्रशासन तैयारी से जुटे हुए है।