दुर्ग
दुर्ग-नांदगांव मार्ग पर आवाजाही पर रोक, बाढ़ में फंसे 3 को निकाला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 17 अगस्त। पिछले सप्ताह झमाझम हुई बारिश से दुर्ग जिले के अलावा पड़ोसी जिला राजनांदगांव के सभी नदी-नाला और जलाशय उफान पर आ गए हंै। जिससे शिवनाथ नदी में सोमवार की रात से बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। फलस्वरुप दुर्ग जिला में शिवनाथ नदी के तट से लगे गांवों और शहरी क्षेत्र के कुछ इलाकों में पानी घुसने से जिला प्रशासन की चिंता बढ़ गई है।
मंगलवार को दोपहर की स्थिति तक दुर्ग-राजनांदगांव मार्ग पर शिवनाथ नदी के पुराने पुल के ऊपर से करीब 8 फीट पानी चल रहा था, वहीं महमरा एनीकेट के ऊपर से करीब 14 फीट पानी बह रहा था। जिसका असर दुर्ग के शहरी क्षेत्रों में भी नजर आया। ग्राम अरसनारा में बाढ़ में फंसे 3 लोगों को मंगलवार को एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू अभियान चला कर निकाला और सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया।
वर्षों बाद पुलगांव नाला ओव्हरब्रिज तक पानी पहुंचने से आसपास के रहवासियों में हडक़ंप मचा हुआ है। जिसकी वजह से दुर्ग-पुलगांव चौक मार्ग.पर आवाजाही को गंजपारा चौक से ही बेरीकेट्स लगाकर बंद कर दिया गया है। जिससे दुर्ग-राजनांदगांव मार्ग पर यातायात प्रभावित रहा।
शिवनाथ नदी तट के किनारे स्थित ठाकुर पान ठेला और उसके पीछे स्थित बस्ती में 3 फीट तक पानी पहुंच गया है। पुलगांव बस्ती में 5 फीट तक पानी घुसने
से रहवासी परेशान रहे। महमरा रोड पर 4 फीट तक पानी आ गया है। दुर्ग शहर के रहवासी क्षेत्र महेश कालोनी के घरों में भी पानी घुस गया है। कॉलोनी में जन्माष्टमी के अवसर पर नवधा परायण पाठ का आयोजन किया जा रहा था। आयोजन स्थल पर लबालब पानी भर गया है। शिवनाथ नदी में बाढ़ ने महेश कॉलोनी के लोगों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। जलाराम वाटिका के पास करीब 4 फीट पानी भरा हुआ है, वहीं पुलगांव बस्ती से जलाराम वाटिका तक मार्ग के अगल-बगल खेतों ने तालाब का रुप ले लिया है। पोटिया रोड स्थित नाला में भी पानी का जमाव हो गया है। दोपहर तक मार्ग में डेढ़ फीट पानी चल रहा था। शिवनाथ नदी मुक्तिधाम रोड भी पानी से प्रभावित रहा। पुलगांव नाला ओव्हरब्रिज के पास स्थित नवकार परिसर भी पानी से लबालब रहा। रिलायंस पेट्रोल पंप में करीब 3 फीट पानी भर गया था। जिससे पेट्रोल पंप का संचालन बंद रहा। शिवनाथ तट से लगे गांव चंगोरी, बेलौदी, कोटनी, पीपरछेड़ी, महमरा, खाड़ा, रुदा, बोथली व आसपास के गांवों में पानी घुस गया है। जिससे ग्रामीण परेशान रहे। शिवनाथ के रुद्र रुप से प्रभावित ग्रामीणों व शहरी लोगों को शिवनाथ नदी तट स्थित गुरुद्वारा, वृंदावन रेस्टोरेंट व अन्य स्थानों में ठहराने की व्यवस्था की गई है।
विधायक अरुण वोरा मंगलवार को बाढ़ प्रभावित शहरी क्षेत्रों में पहुंचे। यहां उन्होंने प्रभावितों का हालचाल जाना और उनके ठहरने व भोजन की व्यवस्था की। ग्राम अरसनारा में बाढ़ में फंसे 3 लोगों को मंगलवार को एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू अभियान चला कर निकाला और सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया। शिवनाथ नदी में बाढ़ का प्रभाव दुर्ग-धमधा मार्ग पर भी रहा। समोदा नाला में पानी भरने से आवागमन बंद करना पड़ा। पथरिया नाला में भी पानी भरा रहा।
जल संसाधन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक तांदुला, खरखरा व मटीमोरी जलाशय का पानी कई वर्षों बाद छलका है। जिसका वजह से तांदुला से 11 हजार 290 क्यूसेक, खरखरा मोहदीपाट जलाशय से 9270 क्यूसेक व माटीमोरी जलाशय से 248 क्यूसेक, मोंगरा जलाशय से 12 हजार क्यूसेक, घुमरिया नाला से 3 हजार क्यूसेक और सूखानाला से 3 हजार क्यूसेक पानी छोड़े गए हंै। जिसकी वजह से शिवनाथ नदी के जल स्तर में तेजी आई और बाढ़ की स्थिति पैदा हुई है।