बालोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 17 अगस्त। बालोद जिले के गन्ना उत्पादक किसानों ने आज अनोखे रूप से पूरे शहर में ट्रैक्टर रैली निकालकर प्रदर्शन किया और अपने ट्रैक्टरों के सामने गन्ने बांध रखे हुए थे दरअसल गन्ना किसानों का कहना है कि पिछले 2 वर्षों में क्विंटल पीछे जो अंतर की राशि है उसका भुगतान नहीं किया गया है इसके साथ ही गन्ना किसान इन दिनों हाथी के प्रकोप से काफी परेशान हैं उसके लिए भी मुआवजे की मांग की है ट्रैक्टर रैली का आकर्षण पूरे जिला मुख्यालय में देखने को मिला
अनोखा प्रदर्शन
बालू जिले के गन्ना उत्पादक किसानों ने आज बालोतरा जिला मुख्यालय में अनोखे रूप से प्रदर्शन किया और ट्रैक्टर की रैली निकाली सामने गन्ने को बांध दिया गया था आपको बता दें कि पूरे शहर में यह रैली चर्चा का विषय बनी रही बालोद शहर के नया बस स्टैंड परिसर से यह रैली निकली और पूरे शहर का भ्रमण इस ट्रैक्टर रैली ने किया।
मंच से रखी मांग
गन्ना उत्पादक किसानों ने नया बस स्टैंड परिसर में मंचीय कार्यक्रम के माध्यम से शासन और प्रशासन के बीच अपनी मांगों को रखा इस दौरान गन्ना उत्पादक संघ के द्वारा यह कहा गया कि हम सबकी शान काफी मेहनत कर गन्ने की फसल उगाते हैं जिला प्रशासन एवं कृषि विभाग भी गन्ने को लेकर किसानों को प्रोत्साहित करते हैं परंतु किसानों की समस्याओं को लेकर संबंधित विभाग काफी गैर जिम्मेदार रहते हैं।
दो साल की राशि शेष
गन्ना कृषक कृष्णा राम साहू ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2021 22 में 275 रुपए प्रति क्विंटल की दर से गन्ना खरीदा गया था जिसका 80 रुपए प्रति क्विंटल राशि अब तक शेष है जिसका भुगतान अब तक नहीं किया गया है इसके पहले वर्ष 2020 21 में 340 रुपए प्रति क्विंटल की दर से गन्ने की खरीदी की गई थी परंतु 14.25 का भुगतान कब तक शेष है।
गन्ने की फसल को बर्बाद कर रहे हाथी
गन्ना उत्पादक किसान संघ ने कहा कि वर्तमान में पूरे जिले में हाथियों का प्रभाव देखने को मिल रहा है और हाथी प्रभावित क्षेत्रों के किसान गन्ने के फसलों को बचाने के लिए काफी प्रयास कर रहे हैं कि किसान तो अपनी जान तक गंवा चुके हैं किसानों ने कहा कि 40000 रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से हाथी प्रभावित क्षेत्रों के गन्ना किसानों को मुआवजा देना चाहिए।
धान को लेकर भी रखी मांग
धान की फसलों को लेकर भी गन्ना कृषकों ने अपनी मांगों को रखा उन्होंने कहा कि धान की अंतर की राशि को एकमुश्त दिया जाना चाहिए साथ ही धान खरीदी 1 नवंबर से किया जाना चाहिए वही इन्होंने गन्ने के विषय में अपनी बातों को रखा कि 150 प्रति क्विंटल राजीव गांधी किसान नया योजना के तहत भी गन्ने को शामिल किया जाना चाहिए उक्त सभी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम गन्ना किसानों ने कलेक्टर को ज्ञापन।