दुर्ग
घरों में पानी भर जाने से सैकड़ों परिवार सुरक्षित जगहों पर गए
बाढ़ का पानी नहीं उतरा तो पेयजल की भी हो सकती है समस्या
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 17 अगस्त। शिवनाथ नदी में बीती रात से भीषण बाढ़ की स्थिति है इसके तट पर स्थित धमधा विकासखंड के ग्राम सहगांव दोपहर तक बाढ़ का पानी से पूरी तरह घिर गया मगर जिले के प्रशासनिक अमले इससे बेखबर रहे ग्रामीणों की माने तो गांव के लगभग लगभग आधा सैकड़ा घरों में पानी भर गया था। इसकी वजह से ऐसे परिवारों ने परिचितों के यहां आश्रय लिए हुए थे ऐसी ही स्थिति दुर्ग ब्लाक के भी कई ग्रामों एवं नदी तट के शहरी क्षेत्र के निचली बस्तियों में बसे श्रमिक बस्तियों में भी रही अनेक गांव बाढ़ से घिर जाने के बाद अ्रधिकारियों द्वारा इन ग्रामों में ग्राम पंचायत में दाल, चावल आदि राशन की व्यवस्था सुनिश्चित करने निर्देश जारी किए गए पांच दिनों पूर्व11 अगस्त को बनी बाढ़ की स्थिति के बावजूद प्रशासन ने पहले से इस व्यवस्था को लेकर सुध नहीं लिया।
ग्राम सहगांव के ग्रामीण पप्पू पटेल ने बताया कि लगातार शिवनाथ में जलस्तर बढ़ रहा है। 12 बजे तक पूरा गांव बाढ़ का पानी से घिर जाने के कारण बाहरी संपर्क से कट चुका था। ग्रामीण रवि पटेल ने बात बताते हुए कहा कि गांव में लगभग चार सौ की आबादी है जहां 50 से 60 घर पानी में डूब चुके हैं इन घरों में रहने वाले ग्रामीण अपने रिश्तेदारों एवं परिचितों के यहां आश्रय लिए हुए हैं उनका कहना है कि प्रशासन ने गांव में बाढ़ की स्थिति को लेकर कोई व्यवस्था नहीं की है मेडिकल भोजन आदि की भी व्यवस्था नहीं है। उन्होंने प्रशासनिक व्यवस्था पर रोष प्रकट करते हुए कहा कि हर बार बाढ़ की स्थिति में उनके गांव के लोगों को अपने हाल पर छोड़ दिया जाता है। मंगलवार को दोपहर 3 बजे से बिजली भी काट दी गई है यदि बुधवार तक पानी नीचे नहीं उतरता है तो पेयजल को लेकर भी समस्या की स्थिति निर्मित हो सकती है, क्योंकि गांव में पेयजल की सप्लाई बोर से सीधे घरों में की जाती है।
नदी तट के आधा दर्जन गांव टापू में हुए तब्दील
जलाशयों से छोड़े गए पानी की वजह से निर्मित बाढ़ की स्थिति के कारण शिवनाथ नदी तट पर स्थित दुर्ग विकासखंड के ग्राम भोथली, खाड़ा रुदा , दांडेसरा, चंगोरी, धमधा विकासखंड के ग्राम सहगांव चारो ओर से पानी से घिर गया है ग्राम भोथली सरपंच सुरेश साहू ने बताया कि उनके गांव के लगभग 70 परिवार के मकानों में पूरी तरह से पानी भर गया है इनमें से 8 परिवारों को इस स्कूल में ठहराया गया है। शेष परिवार अपने परिजनों या परिचितों के यहां आसरा लिए हुए हैं।
उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत में एक क्विंटलअतिरिक्त भंडारित चावल के अलावा अन्य कोई राशन की व्यवस्था पहले से नहीं की गई है पानी से चारों तरफ से घिर चुके इस गांव में ट्रैक्टर के माध्यम से चुनौतियों का सामना करते हुए जनपद के अधिकारियों के एक दल ने ग्रामीणों की मांग पर पहुंचकर दवा पहुंचाई
शिवनाथ पारा के रहवासी करते रहे भोजन का इंतजार
शिवनाथ नदी में बने पुल के पास शिवनाथ पारा बस्ती में पूरी तरह से घरों में पानी भर गया इसके कारण यहां पर रहने वाले परिवारों के लगभग 100 सदस्यों ने पास के ही गुरुद्वारा एवं एक निजी मैरिज पैलेस में आश्रय लिया हुआ है। मोहल्ले के ओंकार सोनी ने बताया कि पूरी रात मोहल्ले के लोग नहीं सो पाए हैं तेजी से जल स्तर बढऩे पर रात 2बजे वे अपने घरों को छोडक़र इन स्थानों तक जैसे तैसे अपने आप को सुरक्षित रखते हुए पहुंचे हैं। श्री सोनी ने बताया कि यहां पर सौ लोग ठहरे हुए हैं मगर दोपहर 2.30 बजे तक यहां ठहरे अधिकांश लोगों को भोजन नहीं मिल पाया था अपनी इस समस्या से विधायक अरुण वोरा को अवगत कराने पर 35 लोगों के लिए ही भोजन उपलब्ध हो पाया बाकी लोगों को भोजन मिला ही नहीं है।
अनेक ग्रामों में घुसा पानी घर छोडऩे मजबूर
जानकारी के अनुसार बाढ़ का पानी नदी तट पर स्थित अनेक ग्रामों की बस्तियों तक पहुंच गया है इनमें बाढ़ से घिरे ग्रामों के अलावा ग्राम तिरगा झोला, मोहलाई, भरदा, आलबरस भरदा, कोनारी, कोटनी, पीपर छेड़ी, झेंझरी, हरदी, पथरिया, पीसेगांव, कोलिहापुरी, पुलगांव,अरस नारा, महमरा आदि शामिल हैं ग्राम पंचायत महमरा सरपंच शिवकुमार निषाद ने बताया उनके ग्राम के नीचली बस्तियों के घरों तक पानी पहुंच गया है। 30 परिवारों के घर पानी में डूबे है इनमें 8 परिवारों को सांस्क्रतिक भवन में ठहराए गए हैं। शेष परिवारों के लिए भी ठहराने की व्यवस्था कर ली है। ग्राम पंचायत भवन तक पानी आ गया है तीन ओर से गांव पानी से घिर गया है। ग्राम झेंझरी में भी अनेक परिवार परिचितों के यहां आश्रय लिए हुए हैं।
बह गया गैस सिलेंडर सहित अनेक समान
श्याम ढीमर व ओंकार सोनी नेबताया कि मोहल्ले के कुछ घरों में रखे गैस सिलेंडर पानी में बह गए। उन्होंने अपने घरों में पूरा समान छोड़ आया है बाढ़ का पानी उतरने पर पता चलेगा कि और क्या क्या सामान बहे हैं नदी में एक पैरावट भी बहता दिखाई दिया ।
दोपहर तक पुलगांव नाला पुल के दोनों ओर पानी भर जाने से पुल के ऊपर से आवागमन बंद कर दिया गया लोग वहां तक न पहुंच सके इसके लिए गंजपारा चौक एवं मिनी माता चौक में बेरीकेट्स लगा दिया गया इससे बालोद की ओर जाने वाले वाहन पुलगांव बाययास से गुजर रहे थे, मगर जलस्तर बढऩे से पुलगांव बायपास सडक़ के डेढ़ फीट ऊपर से शाम 5 बजे पानी का बहाव होने लगा इससे उक्त मार्ग बंद कर दिया गया।
मुक्तिधाम मार्ग भी बंद
पुष्प वाटिका शिवनाथ मुक्ति धाम मार्ग भी जलमग्न हो जाने से नयापारा मोड़ के पास उक्त मार्ग को भी बेरी केटस लगाकर बंद कर दिया गया है। मुक्तिधाम के पास पंपहाऊस में 4 कमर्चारी पानी सप्लाई के कार्य की देखरेख के लिए ठहरे हुए हैं जिनके लिए सुबह भोजन पहुंचाया गया।
अभी भी जलाशयों से आ रहा 33 हजार क्यूसेक पानी
शिवनाथ में राजनांदगांव जिले के बैराजों से सोमवार को पहले 70 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया फिर बाद में इसे कम कर 48 हजार क्यूसेक कर दिया। बैराजों से 32 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था इसे शाम तक कम करके 12200 क्यूसेक कर दिया गया। वहीं शाम तक तांदुला जलाशय में 12000 एवं खरखरा से भी 9000 क्यूसेक पानी छोडऩा जारी था। इस प्रकार अब शिवनाथ में अबभी 33 हजार क्यूसेक से अधिक पानी जलाशयों एवं बैराजों से छोडऩा जारी है।
किसी भी गांव में नहीं घूसा पानी-एसडीएम
वहीं धमधा एसडीएम ब्रिजेश क्षत्रिय का कहना है कि क्षेत्र के किसी गांव में पानी नहीं घूसा है और न ही कोई गांव बाढ़ से घिरा है पूरा अमला मुश्तैद है दुर्ग एसडीएम मुकेश रावटे ने कहा कि भरदा में 30 एवं आलबरस में ईंट भट्टे में फंसे 20एवं अरसनारा से तीन श्रमिकों को सुरक्षित स्थल पर बाहर निकाला गया है वहीं जिला प्रशासन के उच्च अधिकारी इस संबंध में कोई स्पष्ट जानकारी देने की स्थिति में नहीं थे।