सरगुजा
5 दिन के आंदोलन को अनिश्चितकालीन आंदोलन में नहीं बदलना फेडरेशन की चूक-मनोज
कर्मचारियों का हुआ बड़ा नुकसान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर,17 अगस्त। छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष मनोज वर्मा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि शासन द्वारा 6 प्रतिशत महंगाई भत्ता जारी किया गया है, जबकि कर्मचारियों का 12 प्रतिशत महंगाई भत्ता लंबित है, जाहिर है शासन ने 6 प्रतिशत महंगाई भत्ता की डंडी मार ली है।
आगे कहा- यह काफी आपत्तिजनक है कि 6 प्रतिशत की डीए जारी की गई है, जिसे 1 अगस्त 2022 से लागू किया गया है, 6 प्रतिशत कम डीए जारी किया गया है, साथ ही देय तिथि से भी नहीं दिया गया है, यह दोहरी डंडी की मार कर्मचारियों को भारी पड़ रही है। मुख्यमंत्री से भेंट के लिए हमें भी बुलाया गया था, किंतु कम डीए के संकेत के कारण हमने मिलना उचित नहीं समझा, ऐसे में महासंघ व फेडरेशन का मुख्यमंत्री से भेंट करना 6 प्रतिशत महंगाई भत्ता जारी होने के बाद बेमानी हो गया है, इससे कर्मचारियों का बड़ा नुकसान हुआ है।
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन, शालेय शिक्षक संघ, नवीन शिक्षक संघ द्वारा 25 जुलाई से 2 सूत्रीय मांग देय तिथि से लंबित मंहगाई भत्ता व देय तिथि से एच आरए को सातवें वेतन के आधार पर पुनरीक्षित करने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन आंदोलन किया गया था, इस समय कर्मचारियों का दबाव सरकार पर सर्वाधिक था, 4.50 लाख कर्मचारियों की इच्छा थी कि फेडरेशन भी अनिश्चितकालीन हड़ताल करे, किन्तु फेडरेशन ने 29 जुलाई को अपनी हड़ताल बंद कर दी, यह फेडरेशन की बड़ी चूक थी, इस समय महासंघ हड़ताल फ्रेम से बाहर ही थे, तब उन्हें कोई अवसर भी नहीं मिलता।