दुर्ग
निष्कासितों को महत्व देने का आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 18 अगस्त। कांग्रेस में लगातार उपेक्षा और अपने सम्मान को देखते हुए मैं कांग्रेस और पार्षद पद से इस्तीफा देती हूं। अहिरवारा की वार्ड 11 से पार्षद और कांग्रेस नेत्री पूर्णिमा अमित दास के इस्तीफे के बाद कांग्रेस संगठन में सुगबुगाहट और खलबली का दौर अहिवारा क्षेत्र में चल पड़ा है।
दुर्ग जिला अंतर्गत नगर पालिका परिषद अहिरवारा की वार्ड 11 की कांग्रेसी पार्षद पूर्णिमा अमित दास ने क्षेत्रीय विधायक व मंत्री गुरु रुद्र कुमार और नगर पालिका के सीएमओ को अपना त्याग पत्र सौंप दिया है। मंत्री को दिए त्याग पत्र में महिला पार्षद पूर्णिमा दास ने कांग्रेस पार्टी की रीति और नीति पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया है कि जो लोग पार्टी हित के लिए कार्य कर रहे हैं उन्हें नजर अंदाज किया जा रहा है और जो पार्टी विरोधी कार्य कर रहे हैं उन्हें बैनर पोस्टर में स्थान दिया जा रहा है। पार्षद पूर्णिमा दास ने मंत्री को दिए इस्तीफे में लिखा है कि अहिवारा क्षेत्र में कांग्रेस पार्टी के कुछ लोगों की गलत रीति नीतियों से वह आहत हैं, लगातार नगर पालिका परिषद अहिवारा दो बार कांग्रेस पार्टी से पार्षद चुने जाने और उनके पति अमित दास भी कांग्रेस पार्टी से पार्षद रह चुके हैं, इसके बाद भी पार्टी के कुछ मौका परस्त लोग द्वेषवश लगातार कांग्रेस में उनकी उपेक्षा करते रहे हैं। इन लोगों के पार्टी विरोधी कार्य के चलते कांग्रेस नगर पालिका अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष की सीट हार गई। हार का कारण और समीक्षा करने की बात कही गई थी लेकिन आज तक यहां हार की समीक्षा न होना, गंभीर विषय है। ऐसे लोग खुलेआम पार्टी के विपरीत जाकर कार्य कर ईनाम के तौर पर कांग्रेस में उच्च पद ले चुके हैं और पार्टी हित में काम करने की वजह से उन्हें संगठन में किसी पद की जवाबदारी नहीं दी गई।
पार्षद पूर्णिमा दास ने आरोप लगाया है कि पार्टी के नगर अध्यक्ष द्वारा लगातार संगठन के कई कार्यक्रमों में उनकी उपेक्षा की गई, जो लोग पार्टी विपरीत कार्य में संलिप्त होने के कारण पार्टी से निष्कासित हैं उनका फोटो कांग्रेस के फ्लैक्स पर लगाया जा रहा है। वार्ड 11 में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के दौरान भी संगठन अध्यक्ष ने उनकी उपेक्षा की है। इससे वार्ड के लोगों की भावना को ठेस पहुंची और स्वयं पार्षद भी ग्लानि का शिकार हुई हैं जिसकी शिकायत के बाद भी ध्यान नहीं दिया गया, इसलिए उन्होंने अपने सम्मान की रक्षा के लिए कांग्रेस संगठन एवं जनता द्वारा चुने गये पार्षद पद से इस्तीफा दे चुकी हैं।