सरगुजा
तहसील कार्यालय में सीमांकन की अर्जी लगाने पर खुलासा
सीतापुर एसडीएम ने कार्रवाई की बात कही
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर,18 अगस्त। सरगुजा जिले के मैनपाट तहसील कार्यालय में राजस्व विभाग के आरआई (राजस्व अधिकारी) और पटवारी द्वारा जीवित महिला को मुर्दा घोषित करने का मामला सामने आया है। एसडीएम ने मामले में दोषियों पर कार्रवाई करने की बात कही है।
दरअसल मैनपाट तहसील के अंतर्गत आने वाले अमगांव गांव के आश्रित पारा ढ़ोहाडीह में नोहरीबाई नाम की महिला की पूर्वजों की जमीन है। इस जमीन पर अपना अधिकार पाने के लिए नोहरी बाई ने अपने बेटे के साथ मिलकर तहसील कार्यालय में सीमांकन की अर्जी लगाई थी, लेकिन जब महिला और उसके बेटे को नोहरी बाई के मृत होने और परिवार पलायन की जानकारी मिली तो उनके पैरो तले की जमीन खिसक गई।
इसे लापरवाही कहे या मिलीभगत ज़मीन सीमांकन की अर्जी पर आरआई और पटवारी ने दूसरे पारा के भोले भाले ग्रामीणों से दस्तखत करा कर नोहरी बाई के मृत होने के पंचनामा बना लिया और जीवित महिला को सरकारी कागजों में मृत घोषित कर दिया।
जब ग्रामीणों की इसकी जानकारी मिली तो वो भी जीवित महिला नोहरीबाई को देख कर दंग रह गए। ग्रामीणों ने बताया कि पटवारी और आरआई हमारे पारा में ज़मीन सीमांकन के लिए आए थे, जहां पर उनसे दस्तखत कराया गया,लेकिन ये दस्तखत क्यों करा रहे हैं हम भी समझ नहीं पाए।
वहीं सीतापुर एसडीएम ने जीवित महिला को मृत घोषित करने वाले दोषी आरआई और पटवारी पर कार्रवाई की बात कही है।