दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाईनगर, 19 अगस्त। सीमा सुरक्षा बल के जवान दुर्गम क्षेत्रों में बड़ी कठिन परिस्थितियों में अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं, और बड़ी निपुणता के साथ अपने काम को अंजाम दे रहे हैं। सीमा सुरक्षा बल अपने जवानों की मेहनत की बदौलत आज अपने इलाके के लोगों के बीच प्रतिष्ठित फोर्स बनकर उभरी है।
इस वर्ष स्वतन्त्रता दिवस के अवसर पर भारत सरकार ने सीमान्त मुख्यालय (विशेष संक्रिया ) सीमा सुरक्षा बल छत्तीसगढ़ के महानिरीक्षक इंदराज सिंह को सीमा सुरक्षा बल में विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया है एवं सीमा सुरक्षा बल के 19 जवानों को भी वीरता के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया है। जिसमें सीमान्त मुख्यालय (विशेष संक्रिया ) सीमा सुरक्षा बल छत्तीसगढ़ के 9 जवानों को 2019 में हुई नक्सली मुठभेड़ में अदम्य साहस व वीरता के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया है। सीमा सुरक्षा बल ने कांकेर जिले में नक्सलियों के खिलाफ कार्यवाही करने के साथ-साथ समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभा रहे हैं जिनमें कांकेर के दूरदराज फैले गांवों में गरीबों एवं स्कूल बच्चो को जरूरत की चीजें मुहैया कराना, मुफ्त चिकित्सा सुविधाएँ प्रदान करना, बेरोजगार युवाओं को स्किल डेवलपमेन्ट प्रोग्राम के तहत रोजगार प्रशिक्षण देना, ट्राइबल यूथ प्रोग्राम के तहत आदिवासी बच्चों को भारत भ्रमण में ले जाना और प्रदेश की संस्कृति को देश के समक्ष रखना इत्यादि प्रमुख है। पर्यावरण के प्रति भी सजग रहते हुए इस वर्ष भी पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश में करीब 98000 पौधों का रोपण भी सीमा सुरक्षा बल के द्वारा किया गया है। महानिरीक्षक ने पुलिस पदक से सम्मानित सभी जवानों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।