सरगुजा
माता-पिता ने नदी में फेंक दी थी लाश, दोनों गिरफ्तार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर,19 अगस्त। सरगुजा जिला के मैनपाट के कमलेश्वरपुर थाना क्षेत्र के केसरा में एक पिता ने आधी रात को अपनी 3 साल की बेटी के रोने से आक्रोशित होकर उसके नाक पर जोर से मुक्का मार दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
यही नहीं बालिका के मृत्यु के बाद माता-पिता ने उसके लाश को नदी में फेंक दिया और थाने में आकर अपनी पुत्री के कहीं गुम होने की रिपोर्ट लिखा दी थी। पुलिस ने जब तहकीकात शुरू की तो जांच में सामने आया कि उसके पिता ने ही अपनी पुत्री की हत्या कर माता-पिता ने शव को नदी में फेंक दिया था। पुलिस ने दोनों आरोपी माता-पिता को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक 16 अगस्त को केसरा पथरी निवासी प्रमोद मांझी ने थाना कमलेश्वरपुर आकर रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी 3 साल की बेटी 15 -16 अगस्त की मध्य रात्रि जब साथ में सोई थी, तभी से कहीं गायब हो गई है,कोई व्यक्ति उठाकर ले जाने की आशंका व्यक्त किया था। पुलिस द्वारा तत्काल अपराध दर्ज कर विवेचना किया जा रहा था।
प्रकरण की गंभीरता को संज्ञान में लेते हुए पुलिस टीम गठित कर आरोपी का पता तलाश किया जा रहा था। विवेचना के दौरान थाना प्रभारी कमलेश्वरपुर एवं विशेष पुलिस टीम के द्वारा लगातार सघन पूछताछ अपहृत के परिजनों से एवं गवाहों से की जा रही थी।
इसी दौरान गवाहों के कथन में कुछ ऐसी बातें आई, जो गुम बच्ची के माता पिता के द्वारा नहीं बताई गई थी, इसी बात से संदेह होने पर माता-पिता से कड़ाई से पूछताछ किया गया, जिस पर बच्ची के पिता प्रमोद मांझी ने स्वीकार किया कि आरोपी अपनी पत्नी और बच्ची के साथ घर में सोया हुआ था, बच्ची के बार-बार रोने की वजह से गुस्से में आकर बेटी के नाक के पास मार दिया था, जिससे मौक़े पर ही मृत्यु हो गई थी एवं उसके शव को अपनी पत्नी के साथ ले जाकर पास में स्थित घुनघुट्टा नदी में फेंक दिया गया है।
प्रमोद मांझी के अपराध कबूलने के बाद गवाहों एवं पुलिस टीम के साथ नदी के दोनों ओर पता तलाश किया गया, तभी केसरा में दोमुहानी के पास नदी के किनारे झाड़ी पर फंसा हुआ अपहृत का शव बरामद हुआ।
मृत बालिका के पिता प्रमोद मांझी एवं मां सुमित्रा मांझी के द्वारा अपराध करना स्वीकार किये जाने पर दोनों आरोपियों को धारा 302 ,201 के तहत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया।