सरगुजा
नन्हें बच्चों को कान्हा के रूप में सजाया
लखनपुर,19 अगस्त। विकासखंड सहित ग्रामीण अंचलों में कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व शुक्रवार को धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
लखनपुर में कृष्ण मंदिर को ठाकुरबाड़ी के नाम से जाना जाता है, वहां पूरे आसपास क्षेत्र के श्रद्धालु आकर भगवान श्री कृष्ण की पूजा-अर्चना करते हैं तथा भगवान श्री कृष्ण के भजन कीर्तन जन्म उत्सव के समय काल तक किया जाता है तथा ग्रामीण अंचलों में श्रीकृष्ण की प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना की गई।
छोटे-छोटे बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक उपवास व्रत रखें, यह पर्व रक्षाबंधन के आठवें दिन बाद मनाया जाता है। भक्तों का मानना है कि कृष्ण जन्माष्टमी का उपवास रखने से उपवास धारक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है. लोगों ने व्रत रखे व घर में तरह-तरह की मिठाइयां बनाई।
नगर सहित ग्रामीण अंचलों में मंदिरों व पंडालों को सजाया गया और मैसेज के जरिए अपने दोस्तों को कृष्ण जन्माष्टमी की बधाई दिये। स्कूलों व घरों में नन्हें बच्चों को कान्हा के रूप में सजाया गया। मंदिरों व पंडालों में बनाई गई झांकियों में कन्हैया के बाल रूप को पेश करने की तैयारी की गई है। जन्माष्टमी पर्व पर लखनपुर क्षेत्रों में मटकी फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन जगह-जगह किया जाता है।
लखनपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत कुंवरपुर में हर्षोल्लास के साथ कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया गया, जिसमें युवा-युवतियों ने उपवास व्रत रखा था। इस दौरान कुंवरपुर ग्राम बइगा आलम साय के द्वारा पूजा अर्चना किया गया। इस बीच रामरतन, रामरतन, तुलेश्वर, कृपाल, भोला नाथ सहित कई भक्तों ने पूजा-अर्चना की है।