दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 19 अगस्त। कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर विकसित किये गए कृष्ण कुंज में 22 प्रकार के आध्यात्मिक और औषधीय उपयोग के पौधों का रोपण किया जा रहा है। जिले मुख्यालय में इस अवसर पर भैरमबाबा मंदिर परिसर में दंतेश्वरी मां, राधाकृष्ण, छत्तीसगढ़ महतारी की छाया चित्र पर माल्यार्पण करते हुए पूजा-अर्चना की गई। जिया बाबा, जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों द्वारा विभिन्न पौधे जैसे वट पीपल आंवला, आम और नीम के पौधों का रोपण किया गया।
कलेक्टर विनीत नंदनवार ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना है। लोगों में जागरूकता लाना है।हमारा दायित्व है कि पौधे लगाकर स्वच्छ वातावरण बनाएं। उन्होंने नागरिकों से पौधे लगाने के साथ उनका बचाव करने अपील की। वनमंडलाधिकारी संदीप बलगा ने कहा कि यहां अलग-अलग प्रजातियों के साथ लुप्तप्राय प्रजातियों के पौधों का भी रोपण किया जाएगा। जिससे आने वाली पीढ़ी इसका आनंद ले पाएंगे।
दंतेवाड़ा जिले में चिन्हित 5 स्थानों पर कृष्ण कुंज के तहत पौधारोपण किया गया। जिसमें नगर पालिका परिषद दंतेवाड़ा (2.50 एकड़), नगर पालिका परिषद बचेली (1.025 एकड़), नगर पालिका परिषद किरन्दुल (1.205 एकड़), नगर पंचायत गीदम (1.395 एकड़), नगर पंचायत बारसूर (2.125 एकड़) शामिल है। कृष्ण कुंज में ऐसे पौधों को प्राथमिकता दी जा रही है जो मनुष्य के लिये बहुत ही उपयोगी है। मनुष्य का कर्तव्य होता है कि वे अमूल्य वृक्षों का संरक्षण करें। इस विरासत को सहेजने के उद्देश्य से जिले के चिन्हांकित क्षेत्रों में आम, इमली, गंगा इमली, जामुन, बेर, गंगाबेर, अनार, गूलर ,कैथा, कदम्ब, पीपल, नीम, बरगद, बबूल, पलाश, अमरूद, बेल, आंवला और सीताफल आदि वृक्षों का रोपण किया गया है। सभी चिन्हांकित जगह में कुल 600 पौधे रोपे गए। जहां प्रत्येक जगहों में 120-120 पौधे रोपे जाने का लक्ष्य रखा गया था।
इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य सुलोचना कर्मा, जिला अध्यक्ष अवधेश गौतम, नगर पंचायत अध्यक्ष पायल गुप्ता, जनपद अध्यक्ष सुनीता भास्कर, नगर पालिका उपाध्यक्ष धीरेन्द्र प्रताप सिंह, अन्य जनप्रतिनिधिगण, जिला पंचायत सीईओ आकाश छिकारा और अपर कलेक्टर संजय कन्नौजे समस्त वन परिक्षेत्र अधिकारी रूप से मौजूद थे।
बचेली में भी बना कृष्ण कुंज
वन परिक्षेत्र कार्यालय बचेली द्वारा भी नगरीय निकाय में कृष्ण कुंज का निर्माण कराया गया है। जिसमें 22 प्रकार के पौधों का रोपण किया जा रहा है। जिससे नगर वासियों को स्वास्थ्य और आध्यात्मिक दृष्टि से लाभ दिया जा सके। वन परिक्षेत्र अधिकारी आशुतोष मांडवा ने छत्तीसगढ़ को बताया कि कृष्ण कुंज से छात्र-छात्राएं भी लाभान्वित होंगी। वनस्पति शास्त्र में उपयोगी वनस्पतियों का कृष्ण कुंज से वनस्पतियों का संग्रहण आसानी से हो सकेगा।