जान्जगीर-चाम्पा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जांजगीर-चांपा, 20 अगस्त। जिले की अकलतरा पुलिस ने स्कूली छात्रा का रास्ता रोककर छेड़छाड़ के आरोप में एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष अंकित सिंह सिसोदिया के खिलाफ शिकायत के दो दिन बाद एफआईआर दर्ज की। एक पक्ष पुलिस पर एफआईआर दर्ज नहीं करने का दबाव बना रहा था। पुलिस ने पॉक्सो एक्ट भी दर्ज नहीं किया है, जिस पर भी सवाल उठ रहे हैं।
शिकायत के अनुसार तीन दिन पहले पीड़ित नाबालिग स्कूली छात्रा अपने घर की ओर जा रही थी। रास्ते में उसे एनएसयूआई जिला अध्यक्ष अंकित सिंह सिसोदिया ने रोका और उसके साथ छेड़छाड़ की। घर आकर छात्रा ने अपने परिवार को घटना की जानकारी दी। परिजन थाने गए और वहां शिकायत की। पर पुलिस ने दो दिन तक एफआईआर दर्ज नहीं की। शुक्रवार को पीड़ित के परिजन फिर थाने पहुंचे और पुलिस को एफआईआर दर्ज करने कहा। इधर सिसोदिया के समर्थन में भी कई लोग थाने आ गए। उनका कहना था कि उसके खिलाफ झूठी शिकायत की गई है। इधर पीड़ित छात्रा के परिजन लगातार थाने में डटे रहे। आखिरकार पुलिस को एफआईआर दर्ज करनी पड़ी। सिसोदिया के विरुद्ध आईपीसी की धारा 354, 341 तथा 506 के तहत अपराध दर्ज कराया गया है। नाबालिग छात्रा का मामला होने के बाद भी पुलिस ने पॉक्सो एक्ट के तहत कार्रवाई नहीं की है। इस बारे में थानेदार लखेश केवट का कहना है कि छेड़छाड़ के मामले में पॉक्सो एक्ट दर्ज नहीं किया जाता है। गिरफ्तारी के संबंध में उनका कहना है कि शिकायत की जांच की जा रही है।