दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 23 अगस्त। जिला मुख्यालय स्थित दुर्गा मंडप में अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन की हड़ताल मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी रही। इसके फलस्वरूप शासकीय कार्यालयों में गतिविधियां ठप रही।
उल्लेखनीय है कि फेडरेशन द्वारा 2 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल की जा रही है। इनमें महंगाई भत्ता और गृह भाड़ा भत्ता मुख्य है। फेडरेशन के जिला सह संयोजक त्रिपुरारी मंडावी ने प्रदेश सरकार की नीतियों की कड़े शब्दों में आलोचना की। उन्होंने कहा कि दबेंगेंं नहीं -रुकेंगे नहीं। अपनी मांगे मनवा कर ही चैन से बैठेंगे।
श्री मंडावी ने कहा कि पूरे देश में शासकीय कर्मचारियों को महंगाई भत्ता 34 फीसदी दिया जा रहा है, केवल छत्तीसगढ़ में ही महंगाई भत्ता 34 फ़ीसदी नहीं दिया जा रहा है। उक्त निर्णय कर्मचारियों के साथ अन्याय है। यह प्रदेश सरकार द्वारा कर्मचारियों का शोषण है। जब तक प्रदेश सरकार केंद्र शासन के अनुरूप महंगाई भत्ता नहीं देती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
उन्होंने बताया कि गृह भाड़ा भत्ता भी नाम मात्र का दिया जा रहा है। वर्तमान महंगाई के अनुरूप गृह भाड़ा भत्ता दिया जाए, जिससेे कर्मचारियों को आर्थिक नुकसान न उठाना पड़े। प्रदेश सरकार द्वारा जब तक मांगे पूर्ण नहीं की जाती।
आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि फेडरेशन को 23 कर्मचारी संगठनों का समर्थन प्राप्त है। जिससे फेडरेशन की शक्ति बढ़ी है। इसके साथ ही प्रदेश सरकार पर दबाव भी बढ़ा है।
छत्तीसगढ़ न्यायिक कर्मचारी संघ का भी समर्थन
फेडरेशन की हड़ताल के दौरान सोमवार को न्यायिक कर्मचारी संघ ने भी खुलकर समर्थन दिया। न्यायिक कर्मचारी संघ द्वारा रैली निकालकर फेडरेशन की मांगों का समर्थन किया गया।
इस तरह से न्यायिक कर्मचारियों के हड़ताल में शामिल होने से न्यायालयों में भी शासकीय कार्यों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। इस दौरान पंचायत सचिव संघ के जिला अध्यक्ष पीलू डेगल, एल आर मरकाम,माशाराम कुंजाम प्रमुख रूप से मौजूद थे।