बेमेतरा
कलेक्टर ने किया जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 3 सितंबर। कलेक्टर ने अस्पताल के हर वार्ड में पहुँचकर संबंधित वार्ड प्रभारी से बारीकी से जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने 80 लाख रुपए से बने 12 आईसीयू व एचडी यूनिट में ताला लगा मिला। इस संबंध में अधिकारी कलेक्टर को स्पष्ट जवाब देने बचते रहे।
जिला मुख्यालय स्थित शासकीय जिला अस्पताल में आम नागरिकों को उपलब्ध करायी जा रही सुविधाओं का जायजा लेने कलेक्टर जितेन्द्र कुमार शुक्ला ने शुक्रवार को शासकीय जिला चिकित्सालय का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल के विभिन्न वार्डों का मुआयना किया। कलेक्टर ने अपनी बीपी शुगर की जांच कराने के लिए रक्त सेम्पल दिया।
शुक्ला ने मरीजों एवं उनके परिजनों से भेंटकर मिलने वाली चिकित्सा सुविधाओं की जानकारी ली। जिलाधीश ने ओ.पी.डी., ब्लड बैंक, महिला वार्ड, दवाई भण्डारण कक्ष का अवलोकन कर जानकारी ली। जिलाधीश ने अस्पताल में साफ-सफाई, पेयजल, विद्युत व्यवस्था दुरुस्त बनाये रखने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने चिकित्सा अधिकारियों को यह भी ध्यान रखने के निर्देश दिए कि अस्पताल में आने वाले मरीजों को किसी तरह की परेशानी न हो और समय पर उनका ईलाज सुनिश्चित हो। निरीक्षण के दौरान अपर कलेक्टर डॉ. अनिल कुमार बाजपेयी, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व युगल किशोर उर्वशा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. खेमराज सोनवानी, सिविल सर्जन डॉ. वंदना भेले, सीएमओ होरी सिंह ठाकुर उपस्थित थे।
कलेक्टर ने व्यवस्थाओँ को दुरुस्त करने दिए निर्देश
निरीक्षण के दौरान पाई गई कमियों को जल्द दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं और उन्होंने 15 दिनों बाद फिर से अस्पताल आने की बात कही। कलेक्टर ने सिविल सर्जन को अस्पताल की सफाई ब्यवस्था , मरीजों को भोजन मेन्यू के अनुसार देने , ओपीडी समय मे डॉक्टरों की उपलब्धता सुनिश्चित करने , शासन ड्रेस कोड में स्टाफ के अस्पताल आने , विशेषज्ञ डॉक्टरो की जिला अस्पताल में उपलब्धता का प्रचार-प्रसार करने समेत अन्य निर्देश दिए।
आरटीआई के तहत आवेदक को जवाब देना हर विभाग की जिम्मेदारी
कलेक्टर ने अवगत कराया कि जिला अस्पताल में आरटीआई के तहत किए गए आवेदनों की जानकारी उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। अपील के बावजूद जानकारी नहीं मिल पा रही हैं। इस पर कलेक्टर ने कहा कि आरटीआई के तहत जानकारी उपलब्ध कराना हर विभाग की जिम्मेदारी है। प्रावधानों का अक्षरश: पालन हो इसके निर्देश दिए।
यूनिट के हैंड ओवर को लेकर सीएचएमओ कार्यालय को लिखा पत्र
इमरजेंसी कोविड रिस्पांस फंड से जिला अस्पताल म ें12 आईसीयू व एचडी यूनिट की स्थापना की गई हैं। सिविल वर्क की जिम्मेदारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से ग्रामीण यांत्रिकी विभाग को दी गई थी। जहां इन यूनिट की स्थापना के लिए वातानुकूलित कमरो को तैयार करने करीब 20 लाख रुपए खर्च हुए हैं।
यूनिट के लिए बेड , ऐक्यूपमेंट समेत अन्य सामग्री की खरीदी पर करीब 60 लाख रुपए खर्च किए गए हैं। कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान इस वार्ड पर ताला लगा मिला। जिस पर सील लगी हुई थी। यूनिट की उपयोगिता शुरू नही होने के संबंध में अधिकारी कलेक्टर को स्पष्ट जवाब देने से बचते रहे।