बेमेतरा
ग्रामीणों की मदद से राजस्व विभाग की कार्रवाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 5 सितंबर। जिला मुख्यालय से 5 किलोमीटर दूर ग्राम बावा मोहतरा में ग्रामीणों की मदद से राजस्व विभाग की टीम ने मुरूम का अवैध खनन करते दो हाईवा व एक जेसीबी को जब्त किया है। जब्त वाहनों को पास में नगर सैनिक कार्यालय में सुरक्षार्थ खड़ा किया गया है।
यह कार्रवाई ग्रामीणों के प्रयासों की बदौलत संभव हो पाई , जिसमें ग्रामीणों ने मौके पर जाकर अवैध खनन कर रहे वाहनों को पकडक़र प्रशासन को सूचना दी। ज्ञात हो कि ग्राम बावा मोहतरा में बड़े पैमाने पर अवैध खनन की खबर थी। जिसके बाद कलेक्टर ने अवैध खनन पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
हल्का पटवारी को खनन क्षेत्र की नाप जोक के निर्देश
सूचना पर नायब तहसीलदार जयेश कवर रात करीब 9 बजे ग्राम बाबा मोहतरा पहुंचे। जहां उन्होंने ग्रामीणों के द्वारा पकड़े गए हाइवा क्रमांक सीजी 07 सीबी 0418, सीजी 25-4916 व एक जेसीबी को जप्त करने कार्रवाई की। ग्रामीणों की मौजूदगी में पंचनामा रिपोर्ट भी तैयार की गई। इस संबंध में नायब तहसीलदार ने बताया कि हल्का पटवारी को खनन क्षेत्र के नाप जोख का निर्देश दिया गया है, क्योंकि बड़े पैमाने पर खनन की शिकायत मिल रही थी, इसलिए खनन क्षेत्र की नाप जोख के बाद रिपोर्ट के आधार पर जुर्माना लगाया जाएगा।
ठगी के आरोपी की अवैध खनन में संलिप्तता
अवैध खनन में ग्राम बाबा मोहतरा के स्थानीय युवक व ग्राम ओटेबंद निवासी ठगी के आरोपी की संलिप्तता बताई जा रही है,जो बिना अनुमति खनन कर शासन को मिलने वाले लाखों रुपए के राजस्व का नुकसान पहुंचा रहे हैं। गांव में दिन रात मुरूम के अवैध खनन से ग्रामीणों में खासी नाराजगी है। ग्रामीणों के मना करने पर वे दबंगई करते हैं और ग्रामीणों को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।
खनन से हुए गड्ढों में आए दिन ग्रामीण व मवेशी हो रहे हादसे का शिकार
जनपद पंचायत सदस्य प्रतिनिधि मोनू पाल, लव साहू, अशोक सिन्हा, रामलाल, साधेलाल ने बताया कि खनन माफिया गांव में जहां खाली जमीन देख रहे हैं वहां खनन कर रहे हैं। गांव की कई एकड़ जमीन को बेतरतीब तरीके से खो दिया गया है। बारिश के समय इन स्थानों में पानी भरने के कारण आए दिन मवेशी हादसे का शिकार हो रहे हैं। 10 से 12 फीट तक गहरा खनन कर मुरुम निकाली गई है जो अभी भी जारी है।
रोजाना 60 से 70 हाइवा मुरुम का परिवहन कर रहे
ग्रामीणों ने बताया कि अवैध खनन करने वाले दिन की बजाय रात में खनन करते हैं ताकि ग्रामीणों के विरोध का सामना न करना पड़े। रात्रि में करीब 10 बजे के बाद खनन माफिया मुरूम का उत्खनन कर परिवहन करते हैं। इसकी जानकारी समय-समय पर अधिकारियों को दिए जाने के बावजूद उनकी चुप्पी पर सवाल खड़े हो रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि रोजाना 60 से 70 हाईवा मुरूम का परिवहन किया जा रहा है। मना करने पर वे राजनीतिक रसूख की धौंस दिखाते हैं।