बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवादाता
बेमेतरा, 6 सितंबर । समाधान महाविद्यालय में शिक्षक दिवस के अवसर पर, शिक्षक सम्मान एवं एलुमिनी एसोसिएशन के छात्र-छात्राओं एवं वतर्मान अध्ययनरत् छात्र-छात्राओं को व्यक्तित्व विकास एवं सीआईटीएस के महत्व से संबंधित अभिप्ररणा विषय पर कायर्क्रम का आयोजन किया गया। इस कायर्क्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य एचएस राणा एवं जीपी वर्मा रहे। कायर्क्रम का प्रारंभ सरस्वती पूजन एवं अतिथियों का स्वागत करके किया गया। कायर्क्रम के आरंभ में विद्याथिर्यों द्वारा अपने शिक्षा एवं शिक्षकों से संबंधित अनुभव साझा किया गया जो प्रशंसनीय रहा। यानिका बंजारे ने अपना अनुभव साझा करते हुये कहा कि मैने पहले अपने लक्ष्य को पहचाना फिर उसको प्राप्त करने के लिये प्रयास किया। आज सफलता मुझे मिली है इसके बदौलत मुझे आज यहा सम्मान मिल रहा है समाधान आई.टी.आई. के सभी शिक्षकों का धन्यवाद जिन्होंने मुझे सही मागर्दशर्न दिया। समाधान आई.टी.आई. प्राचार्या आशा झा ने कहा कि अपनी गलतियों को पहचानना ही सबसे बड़ी उपलब्धि है और उन गलतियों को सुधारने का प्रयास करना चाहिये। सभी विद्यद्याथिर्यों में बहुत काबिलियत है उसको निखारने कार्य एक शिक्षक का होता है। समाधान महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.पीएल यादव ने कहा कि शिक्षक और छात्र दोनों एक ही है। इन दोनों में एक दूसरे का गुण समाहित है। शिष्य में गुरू का और गुरू में शिष्य का अंश होता है। शिष्य और गुरू दोनों को एक-दूसरे को सम्मान देना चाहिये। समाधान महाविद्यालय डायरेक्टर डॉ.अवधेश पटेल ने कहा कि जहाँ से भी हमें कुछ सीखने का मौका मिले हमें जरूर सीखना चाहिये। अपने मन की स्थिति को जानते हुये अपने कार्य का चयन करें और आगे बढ़े सफलता निश्चित है। शिक्षा आपको हमेंशा आगे बढऩे में मदद करता है। जी.पी.वर्मा ने कहा कि जीवन में शिक्षा के साथ ही साथ नैतिक शिक्षा बहुत ही महत्वपूर्ण होता है नैतिक शिक्षा का पालन करते हुये हमें आगे बढऩा चाहिये। शासकीय आई.टी.आई. के प्राचार्य एचएस राणा ने कहा कि शिक्षक स्वयं में पूरा ब्रम्हांड है। सीखने और सीखाने की प्रक्रिया निरंत है। देश और समाज के हित को ध्यान में रखकर शिक्षा ग्रहण करें। शिक्षा से व्यक्तित्व का विकास होता है।
किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए दृढ़ ईच्छा शक्ति का होना आवश्यक है। हमें अपने कर्मो पर विशेष ध्यान देना चाहिये जैसा हम बाटेंगे वैसा ही मिलेगा। कायर्क्रम में अतिथियों को स्मृतिचिन्ह, श्रीफल, पुष्पगुच्छ एवं सभी शिक्षकों एवं विद्याथिर्यों का किया गया। इस कायर्क्रम में डॉ. पीएल यादव, डॉ.अवधेश पटेल, आशा झा, पीताम्बर झा, नीधि तिवारी, प्रीति शर्मा, प्रज्ञा पटेल, रानी साहू, लक्ष्मानारायण साहू, रूपेन्द्र डहरिया, संगीता अग्रवाल, गुमेश वर्मा, तुकाराम वर्मा एवं सभी प्राध्यापक गण एवं छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहें।