राजनांदगांव
विभाग जता रहा अनभिज्ञता, जांच का विषय
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गंडई, 8 सितंबर। नगर के किसान राईस मील खाद गोदाम में आम पेड़ की लकड़ी को विभाग ने बिना पंचनामा व प्रस्ताव के टिम्बर वालों को बेच दिया है। लकड़ी कितने में और कितनी मात्रा में बेची गई, बेचने से प्राप्त रकम किसके जेब में जाएगा यह सवाल बना हुआ है। इधर विभाग के अधिकारी इस संबंध में जानकारी नहीं होने की बात कह रहे हैं। एक सरकारी संस्थान से बिना अधिकारी की सहमति लकड़ी को कोई टिम्बर वाला कैसे ले जा सकता है, यह बड़ा सवाल है। जबकि लकड़ी ठेकेदार को दूरभाष से जानकारी लेने पर उनका कहना है कि राईस मील के किसी अधिकारी-कर्मचारी के कहने पर खरीदा गया है।
मिली जानकारी के अनुसार गंडई नगर के कोपेभाड़ा स्थित किसान राईस मिल खाद गोदाम है, जहां आम और अन्य पेड़ लगा हुआ है। कुछ माह पहले आम पेड़ की एक मोटी शाखा टूटकर गिर गया था, जिसे बीते 2 से 3 दिन पहले टिम्बर मार्ट की गाड़ी में कटाई करने के बाद लोड किया गया था। देर शाम को अंधेरे में ले जाने की कोशिश किया। कीचड़ होने के कारण गाड़ी किसान राईस मील के परिसर में ही फंसकर रह गया। इस कारण गाड़ी को बाहर नहीं निकाला जा सका। सुबह लोगों ने देखा और इसकी जानकारी क्लब क्लब वालों को दिए।
मौके पर प्रेस क्लब के लोग गए और अधिकारी से संपर्क किए तो अधिकारी अनिल मिश्रा ने इसकी जानकारी नहीं होना बताया। वहीं उसी दिन शाम को जेसीबी से गाड़ी को बाहर निकलवाकर लकड़ी को पार कर दिया है। लकड़ी ले जाने वाले संबंधित दस्तावेज के बारे में पूछे जाने पर संबंधित ठेकेदार ने गोलमोल जवाब देना शुरू कर दिया।