राजनांदगांव
पुराने मामलों को सार्वजनिक करने की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 सितंबर। शहर कांग्रेस कमेटी के महामंत्री व पूर्व पार्षद हेमंत ओस्तवाल ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि कंचनबाग की अवैध प्लाटिंग में करोड़ों का लेनदेन होते ही मामला पुराने मामलों की तरह फिर से दब जाएगा? क्योंकि निगम के कई अधिकारी-कर्मचारियों के हाथ लेनदेन के चलते बड़े माफिया के हाथों दबे हुए हैं।
श्री ओस्तवाल ने एक पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया, महापौर, संचालक नगरीय प्रशासन विभाग रायपुर एवं राजनांदगांव जिले के कलेक्टर डोमन सिंह से मांग करते कहा कि राजनांदगांव निगम सीमा में अवैध प्लाटिंग आदि मामलों में हमेशा समय-समय पर सूचना पत्र जारी किया जाता है और मामला लेनदेन होते ही वह दब जाता है, जो कि शासनहित और जनहित के विरूद्ध है। उन्होंने कहा कि नियम कानून से ऊपर जब वे अवैध काम करने वाले लोग हावी रहेंगे तो शासकीय कोष को वित्तीय हानि तो होगी ही? यदि जिन भूमि स्वामियों को जिन-जिन धाराओं के तहत नोटिस जारी की गई थी, उन भूमि स्वामियों से जो नगद व चेक से राशि वसूली की गई है, उनका खुलासा निगम आयुक्त एवं महापौर आम जनता के सामने सार्वजनिक किया जाना चाहिए।
श्री ओस्तवाल ने कहा कि पूर्व में भी जिले के तत्कालीन कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य ने लगभग 430 खसरा नंबरों पर अवैध प्लाटिंग के मामले में खरीदी- बिक्री-पंजीयन -नामांतरण आदि का आदेेश जारी किया गया था और उस आदेश के तहत भी अवैध प्लाटिंग करने वाले भूमि स्वामियों के विरूद्ध निगम अधिनियमों के विभिन्न धाराओं के अंतर्गत नोटिस जारी किए गए थे, लेकिन उस मामले में भी अधिकांश मामले टेबलके नीचे से लेनदेन के चलते ही दफन हो गया? श्री ओस्तवाल ने महापौर से निवेदन करते कहा कि अवैध प्लाटिंग के मामलेे में दोषी अधिकारियों एवं दोषी भूमि स्वामियों एवं कालोनाईजर के विरूद्ध विभागीय जांच तत्काल करवाकर दोषियों के विरूद्ध निगम की महापौर परिषद मेें एफआईआर दर्ज करवाई जाए और शासन के नियमों के तहत संपूर्ण राशि वसूली का निर्णय भी लिया जाना चाहिए।