दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 15 सितंबर। दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा के बैलाडीला पर्वत की वादियों, प्राकृतिक छटाअ , एनएमडीसी कंपनी द्वारा उपयोग किये जाने वाले बड़ी-बड़ी मशीनों, वाहनों तथा वहां की खदानों को सामने से देखने का मौका वर्ष में एक बार विश्वकर्मा पूजा के दिन ही मिलता है। सुरक्षा दृष्टि को ध्यान में रखते हुए एनएमडीसी प्रबंधन द्वारा दोपहर एक बजे तक चारपहिया वाहनों को जाने की अनुमति दी है, साथ ही दुपहिया वाहनों का प्रवेश नहीं होगा।
इस संबंध में एनएमडीसी कार्मिक विभाग के द्वारा जारी परिपत्र के अनुसार हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 17 सिंतबर को विश्वकर्मा पूजा के दिन दुपहिया वाहन का हॉकी मैदान से आगे का प्रवेश वर्जित होगा। परियोजना क्षेत्र में जाने हेतु केवल चार पहिया वाहनों को ही अनुमति दी जाएगी।
दोपहर 1 बजे के बाद आगुन्तकों को सीआईएसएफ चेकपोस्ट के अंदर का प्रवेश वर्जित होगा। साथ ही प्रबंधन द्वारा सभी कर्मचारियो से निगम द्वारा जारी किया गया। पहचान पत्र अपने साथ अवश्य लेकर आने को कहा है। किसी प्रकार की अनहोनी या घटना-दुर्घटना को टालने हेतु सभी कर्मचारियों से यथोचित सहयोग अपेक्षित है। कोविड 19 के संबंध में शासन, प्रशाासन एवं स्वास्थ्य विभाग द्वार जारी दिशा निर्देश का पालन करना अनिवार्य होगा।एनएमडीसी प्रबंधन द्वारा बस की भी व्यवस्था की जायेगी।
साल में एक दिन खुलता है
विश्वकर्मा पूजा के दिन बचेली परियोजना के जगह-जगह निक्षेप क्रं. 5, 10, 11 अ के खनन, स्क्रीनिंग, क्रसिंग प्लांट, लोडिंग प्लंाट में विश्वकर्माा पूजा की जाती है। इस पूजा में शामिल होने के साथ-साथ खनन क्षेत्र तथा पहाडिय़ो की खूबसूरती को निहारने का मौका मिल पाता है। बचेली से आकाशनगर की दूरी करीब 25 किमी है। पूरा रास्ता सर्पिलाकार घाटियों वाला है। इतनी दूरी तय करना किसी रोमांच से कम नहीं हेाता है। विश्वकर्मा पूजा के दिन पूरे माइंस एरिया में छुट्टी रहती है और लोगों को बेसब्री से इस दिन का इंतजार रहता है। प्रदेश के अलावा पड़ोसी राज्यों ओडिशा, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना के लोग भी यहां आते हैं।