बिलासपुर

आत्मानंद स्कूल में शिक्षकों की कमी, सफाईकर्मी नहीं, सौ मीटर दूर शौचालय
16-Sep-2022 7:00 PM
आत्मानंद स्कूल में शिक्षकों की कमी, सफाईकर्मी नहीं, सौ मीटर दूर शौचालय

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

करगीरोड ( कोटा), 15 सितंबर। शिक्षा सत्र आधा गुजर गया लेकिन कोटा ब्लाक के प्रमुख अंग्रेजी माध्यम डी के पी स्वामी आत्मानंद स्कूल में विषय विशेषज्ञ शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो पाई है।

मालूम हो कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का यह ड्रीम प्रोजेक्ट है जिसके माध्यम से प्रदेश के सभी बच्चों को समानता के आधार पर प्राथमिक से लेकर हायर सेकेण्डरी स्कूल तक अंग्रेजी माध्यम तक शिक्षा देना है। यहां भी 545 छात्र छात्राओं ने अंग्रेजी माध्यम स्कूल में पढऩे के लिए एडमिशन लिया है। लेकिन कोटा के  डीकेपी स्वामी आत्मानंद स्कूल में विषय शिक्षक नहीं हैं। विशेषज्ञ शिक्षकों के अभाव में दूसरे विषय के शिक्षक कोर्स पूरा कर रहे हैं। हालात यह है कि इस स्कूल के ज्यादातर छात्र छात्राएं  प्राइवेट ट्यूशन फीस देकर पढ़ रहे हैं।

 

जानकारी के अनुसार इस स्कूल में नियुक्त  नोडल अधिकारी भी शिक्षकों की व्यवस्था नहीं बना पा रहे हैं। पालकों का आरोप तो यह भी है कि नोडल अधिकारी समय समय पर स्कूल का निरीक्षण भी नहीं करते।

स्कूल भवन की बात करें तो डी के पी स्वामी आत्मानंद स्कूल की कक्षाओं के अलावा प्रांगण भी गंदगी से अटा पड़ा है। स्कूल की साफ सफाई के लिए यहां कर्मचारी पदस्थ नहीं हैं। लिहाजा स्कूल में चारों ओर गंदगी का आलम है। हां यहां पढऩे वाले बच्चे खुद ही कभी कभी स्कूल की सफाई कर लेते हैं। विकासखंड में इकलौते इस अंग्रेजी माध्यम स्कूल का पदेन अध्यक्ष जिले के कलेक्टर हैं।  कहने के लिए तो यहां के सभी बच्चों को तकनीकी रूप से व डिजिटल माध्यम से शिक्षा देने के लिए दर्जनों कंप्यूटर हैं। लेकिन कंप्यूटर शिक्षक ही नहीं हैं। जिले का शिक्षा विभाग भी इस स्कूल की अनदेखी कर रहे हैं। यही कारण है कि इस स्कूल का सीधा लाभ बच्चे को नहीं मिल पा रहा है।

बताया गया कि डी के पी स्वामी आत्मानंद स्कूल कोटा में पीने के पानी की व्यवस्था नहीं है। बच्चे बोर में जाकर पानी पीते हैं।  स्कूल में लाइब्रेरी है, पर शिक्षक नहीं हैं। छोटे बच्चों को कक्षा रूम में बैठने के लिए टेबल कुर्सी नहीं हैं। हायर सेकेण्डरी में पढऩे वाले बच्चों के बैठने के लिए भी क्लासरूम में उचित व्यवस्था नहीं है।  क्लास रूम में लगी एललीडी भी अक्सर बंद रहती हैं। कार्यालय में रखे खेल समाग्री जंग  खाते पड़ी हैं। खेल सामग्री जिस कक्ष में रखी हुई हैं वहां छत से पानी टपकता है।

यहां छात्र-छात्राओं के लिए शौचालय और बाथरूम की व्यवस्था भी सही नहीं है। बाथरूम का उपयोग करने के लिए बच्चों को लगभग सौ मीटर दूर जाना पड़ता है।

स्वामी आत्मानंद स्कूल के प्राचार्य राकेश ने बताया कि डीकेपी स्वामी आत्मानंद स्कूल में शिक्षक की कमी है। हम सभी विषयों की तैयारी करा रहे हैं। समय समय पर उच्च अधिकारियों को पत्राचार के माध्यम से स्कूल की समस्त समस्याओं से अवगत कराया जा चुका है। यहां चपरासी नहीं होने के कारण स्कूल की साफ़ सफाई व्यवस्था नियमित रूप नहीं हो पाती है।

जिला शिक्षा अधिकारी डी के कौशिक से  इस संबंध में जानकारी लेने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।

ब्लॉक अध्यक्ष आदित्य दीक्षित  का कहना है कि डी के पी  स्वामी आत्मानंद स्कूल अंग्रेजी माध्यम स्कूल में विषय शिक्षकों को लेकर उच्च अधिकारियों को अवगत कराया गया है। जल्दी ही इस समस्या का समाधान होगा।

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