राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 17 सितंबर। शिक्षक दिवस पर समाजसेवी महिलाओं की संस्था कस्तूरबा महिला मंडल द्वारा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रजापिता ब्रम्हकुमारी वि.धि. की पुष्पा बहन व अध्यक्षता डीएसपी नेहा वर्मा ने की। विशेष अतिथि के रूप में साहित्यकार आत्माराम कोशा शामिल थे। कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के तैलचित्र पर माल्यार्पण कर किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने कस्तूरबा विद्यालय के प्राचार्य अनिल बाजपेयी सहित अन्य शिक्षकों का सम्मान करते अपने विचार रखे। अध्यक्षता करते डीएसपी नेहा वर्मा ने कहा कि सबसे प्रथम गुरू मां है। इसके बाद शिक्षा गुरूओं का नम्बर आता है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को ऐसे कोई कार्य नहीं करना चाहिए कि बच्चों की सामाजीकरण की प्रक्रिया में विपरीत प्रभाव पड़े। इस दौरान साहित्यकार आत्माराम कोशा ने भी अपने विचार रखे।
कार्यक्रम का संचालन करते कस्तूरबा महिला मंडल की अध्यक्ष शारदा तिवारी ने कहा कि मनुष्य के अशांत जीवन को सुख शांति व सुरक्षामय बनाने का कार्य धर्म अध्यात्म व सुरक्षा कार्य से जुड़े हुए लोगोंं द्वारा होता है। इस दौरान अतिथियों का सम्मान संस्था की कार्यकारी अध्यक्ष कंचन चौबे ने किया। इस दौरान आशा गुप्ता, अलका जानी, विमिलेश शुक्ला, रभा देवी, मुरलीधर सोमानी, उमा रूंगटा, उर्मिला गुप्ता, तृप्ति चतवानी, जनकबाई गुप्ता अन्य लोग शामिल थे। आभार प्रदर्शन आशा गुप्ता ने किया।