राजनांदगांव
26 से डायलिसिस मशीन जिला अस्पताल में प्रारंभ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 17 सितंबर। कलेक्टर डोमन सिंह ने शुक्रवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जीवनदीप समिति की बैठक ली। कलेक्टर ने कहा कि जिले में चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में हरसंभव प्रयास होना चाहिए। जिससे जनसामान्य को आसानी से स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सके। उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल में डायलिसिस मशीन लग गया है। 26 सितंबर से डायलिसिस मशीन जिला अस्पताल में प्रारंभ किया जाना है। गंभीर बीमारी के मरीज आयुष्मान कार्ड से अपनी बीमारी का ईलाज करा सकते हैं। उन्होंने कहा कि हास्पिटल में सफाईकर्मी एवं सुरक्षा गार्ड बढ़ाए जाने की आवश्यकता है। इसके साथ ही इलेक्ट्रिशियन, कारपेंटर एवं प्लंबर की सेवाएं लेने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि चिकित्सालय परिसर में सीसीटीवी कैमरा जरूर लगाएं। सफाई, सुरक्षा, कैंटीन, मरीजों के भोजन के लिए टेंडर जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जीवनदीप समिति मद द्वारा निर्मित दुकानों से किराये की वसूली होनी चाहिए। कलेक्टर ने ऑउट सोर्सिंग के माध्यम से सीटी स्केन के लिए रेडियोग्राफर रखने के निर्देश दिए। उन्होंने डाटा एंट्री ऑपरेटर दैनिक वेतन पर रखने के निर्देश दिए।
कलेक्टर सिंह ने कहा कि जीवन दीप समिति के लेखा जोखा का आडिट होना चाहिए। मेडिकल बोर्ड के राशि के वितरण के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम सेंटर में स्वीपर की दैनिक वेतन पर नियुक्ति होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि दंतरोग विशेषज्ञ की सेवाएं जीवन दीप समिति के माध्यम से की जानी चाहिए। जिला चिकित्सालय के विभिन्न स्थानों पर जीवन दीप समिति के मद से व्यय कर दिशा-निर्देशक व आईईसी लगाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि जिला चिकित्सालय में पर्यावरण एवं वन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जैव चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन नियम 2016 प्राधिकार एवं जल, वायु सम्मति प्राप्त किए जाने के लिए 4 लाख 10 हजार रुपए की राशि जमा करना है। इसके लिए आवश्यक कार्रवाई करें।
इस अवसर पर पार्षद कुलबीर छाबड़ा ने एक्स-रे मशीन, सीटी स्कैन मशीन तथा डायलिसिस मशीन की आवश्यकता के संबंध में जानकारी दी। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी, एसडीएम राजनांदगांव अरूण वर्मा, सिविल सर्जन डॉ. पीके जैन सहित जीवन दीप समिति के सदस्य उपस्थित थे।